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मुख्यमंत्री ने प्रदेश के समस्त जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रदेश के समस्त जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग तथा मानसून की तैयारी की समीक्षा बैठक की। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने मा0 मुख्यमंत्री को मानसून सीजन हेतु की गयी तैयारियों की जानकारी दी।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

पौड़ी/दिनांक 29 जून, 2022, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रदेश के समस्त जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग तथा मानसून की तैयारी की समीक्षा बैठक की। इसी क्रम में जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने मा0 मुख्यमंत्री को मानसून सीजन हेतु की गयी तैयारियों की जानकारी दी। मा0 मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि मानसून सीजन को देखते हुए सभी तैयारियां पूर्ण कर गंभीरता के साथ कार्य करें। जिससे आम जनमानस को किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। मा0 मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि मानसून सीजन में होने वाले महत्वणूर्ण कार्यो को अपने ही स्तर से निर्णय लेकर उसका समाधान करेंे। उन्होंने कहा कि आपदा को दृष्टिगत रखते हुए समस्त अधिकारी आगामी 03 माह तक मुख्यालयों में बने रहें तथा आपदा के समय अपनी बेहतर सेवाएं दें। इस दौरान जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे ने जनपद के अंतर्गत मानसून सीजन हेतु किये गये कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि जनपद के संभावित क्षतिग्रस्त मार्गो के लिए जेसीबी मशीन तैनात किये गये हैं। साथ ही उन्होंने जनपद के लिए जरूरी आपदा से निपटने के लिये जिन संसाधनों की आवश्यकता है उनकी मांग प्रस्तुत की। इसके अलावा उन्होंने नीलकंठ यात्रा को सरल व सुघम बनाने हेतु पार्किंग, सुधारीकरण सहित अन्य की मांग भी की। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री से वाहन दुर्घटना के समय मृत्यु होने पर उसके परिजनों को 01 लाख से अधिक धनराशि बढ़ाने की मांग की। जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री तथा मुख्यसचिव ने 01 लाख से 02 लाख बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा उन्होंने पीएमजीएसवाई तथा लोक निर्माण विभाग को पूर्व की भांति आपदा से निपटने हेतु विभागीय बजट अनुमोदन की मांग भी रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव द्वारा जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मांगे गये संशाधनों तथा उठाए गये बिदुंओं का निराकरण किया गया।

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