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कावड़ यात्रा के दौरान राजाजी नेशनल पार्क, नीलकंठ पैदल मार्ग पर परमार्थ निकेतन और यमकेश्वर ब्लाक चिकित्साधिकारी के संयुक्त तत्वाधान में चिकित्सा शिविर का आयोजन

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 5 जुलाई। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और चिकित्सा स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सहकारिता विभाग उत्तराखंड सरकार, कैबिनेट मंत्री डा धनसिंह रावत जी की राज्य की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष चर्चा हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि स्वर्गाश्रम क्षेत्र में एक जन औषधि केन्द्र खोलने की अत्यंत आवश्यकता है, जिसके लिये परमार्थ निकेतन निःशुल्क स्थान उपलब्ध करायेगा। साथ ही कावड़ यात्रा के दौरान नीलकंठ महादेव पैदल मार्ग पर शिव भक्तों की अपार भीड़ होती है। पैदल यात्रा के दौरान यात्रियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो कि राजाजी नेशनल पार्क, नीलकंठ पैदल मार्ग पर प्रतिवर्ष कावड़ यात्रा के दौरान परमार्थ निकेतन द्वारा निःशुल्क प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है। माननीय केन्द्रीय मंत्री डा धनसिंह रावत जी ने कहा कि स्वामी जी के साथ आज की मीटिंग अत्यंत सारगर्भित रही। शिक्षा और चिकित्सा अनेक विषयों पर स्वामी जी से मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस वर्ष यमकेश्वर ब्लाक के चिकित्साधिकारी अपनी चिकित्सा टीम के साथ परमार्थ निकेतन के साथ मिलकर कावड़ चिकित्सा शिविर में अपनी सेवायें प्रदान करेंगे ताकि कावड़ियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें प्रदान की जा सके। परमार्थ निकेतन में जन औषधि केन्द्र खोलने के प्रस्ताव को भी स्वीकार करते हुये इसे शीघ्र खोलने हेतु कार्ययोजना बनाने के विषय में भी जानकारी दी। माननीय मंत्री जी ने कहा कि उत्तराखंड को टयूबरकुलोसिस फ्री करने की दिशा में परमार्थ निकेतन में आगामी माह में ट्यूबरक्लोसिस स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया जायेगा। स्वामी चिदानन्द सस्स्वती जी ने कहा कि माननीय मंत्री जी का प्रदेश के प्रति समर्पण और निष्ठा अद्भुत है। उनका चिंतन, मंथन और सेवाकार्य प्रदेश वासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिये ही होता है। हमारी मानव बनने की यात्रा में शिक्षा के साथ संस्कारों का महत्वपूर्ण स्थान है। मनुष्य से मानव बनने का जो लंबा सफर है उसमें संस्कार विशेष स्थान रखते हैं। जन्म से कोई मानवता सीख कर नहीं आता परन्तु संस्कार और भारतीय संस्कृति सब कुछ सिखा देती है।

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