उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ सांसद पौड़ी तीरथ सिंह रावत परमारà¥à¤¥ निकेतन पधारे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ से à¤à¥‡à¤‚ट कर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया तथा विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ समसामयिक विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ की। इस अवसर पर पूरà¥à¤µ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ विरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 6 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ सांसद पौड़ी तीरथ सिंह रावत परमारà¥à¤¥ निकेतन पधारे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ से à¤à¥‡à¤‚ट कर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया तथा विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ समसामयिक विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ की। इस अवसर पर पूरà¥à¤µ राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ विरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह à¤à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड राजà¥à¤¯ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ व पौराणिकता के साथ ही नैसरà¥à¤—िक सà¥à¤‚दरता से यà¥à¤•à¥à¤¤ है। हमारे राजà¥à¤¯ में कहीं ऊà¤à¤šà¥€- ऊà¤à¤šà¥€ परà¥à¤µà¤¤ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खलायें हैं तो कहीं मखमली बà¥à¤—à¥à¤¯à¤¾à¤² परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करते हैं। साथ ही सà¥à¤¦à¥‚रवरà¥à¤¤à¥€ परà¥à¤µà¤¤à¥‹à¤‚ के मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¥€à¤²à¥‡à¤‚ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को सà¥à¤µà¤°à¥à¤— सा अनà¥à¤à¤µ कराती है। यह राजà¥à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ के साथ तीरà¥à¤¥à¤¾à¤Ÿà¤¨ का à¤à¥€ केनà¥à¤¦à¥à¤° है। इस दिवà¥à¤¯ à¤à¥‚मि को पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• और पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• अपशिषà¥à¤Ÿ से मà¥à¤•à¥à¤¤ रखने के लिये हम सà¤à¥€ को मिलकर कारà¥à¤¯ करना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण को दूर करने के लिये सिंगल यूज वाले पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• बैग पर रोक लगाना, पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ à¤à¤µà¤‚ वितरण पर नियंतà¥à¤°à¤£ करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है, जिसके लिये सरकार अपना कारà¥à¤¯ कर रही हैं परनà¥à¤¤à¥ अब समाज की बारी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ‘उपयोग करना और फेंकना’ वाली नहीं है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि ’’आज à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिये गरà¥à¤µ का दिवस है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज à¤à¤• विधान, à¤à¤• निशान और à¤à¤• पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ को साकार करने हेतॠअपना सरà¥à¤µà¤¸à¥à¤µ नà¥à¤¯à¥Œà¤›à¤¾à¤µà¤° करने वाले डाॅ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¾à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मà¥à¤–रà¥à¤œà¥€ जी की जयंती है।’’ शà¥à¤°à¥€ मà¥à¤–रà¥à¤œà¥€ ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¤•à¤¤à¤¾, अखंडता और विकास के लिये सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता की सेवा में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया था, आज उनके जनà¥à¤® दिवस पर उनकी देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿, निषà¥à¤ ा और दृॠसंकलà¥à¤ª को नमन और à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¤‚लि। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦, मानवतावाद और वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के आधार पर देश के विकास पर जोर दिया। उनका मानना था कि मानव सेवा ही ईशà¥à¤µà¤° की सेवा है।