à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में नà¥à¤¯à¥‚रोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ) का 19वां इंसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤¶à¤¨à¤² à¤à¤‚ड फाउंडेशन कोरà¥à¤¸ विधिवत शà¥à¤°à¥‚ हो गया। जिसमें देशà¤à¤° के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मेडिकल संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— 80 नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ के छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— कर रहे हैं। कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पहले दिन विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤®à¤¾à¤²à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में नà¥à¤¯à¥‚रोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ) का 19वां इंसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤¶à¤¨à¤² à¤à¤‚ड फाउंडेशन कोरà¥à¤¸ विधिवत शà¥à¤°à¥‚ हो गया। जिसमें देशà¤à¤° के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ मेडिकल संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— 80 नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ के छातà¥à¤° छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— कर रहे हैं। कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पहले दिन विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤®à¤¾à¤²à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की। à¤à¤®à¥à¤¸ के नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ विà¤à¤¾à¤— के ततà¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में शनिवार से à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ का दो दिवसीय इंसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤¶à¤¨à¤² à¤à¤‚ड फाउंडेशन कोरà¥à¤¸ (कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾) शà¥à¤°à¥‚ हो गया। à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा. वीपी सिंह की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में आयोजित कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठमां सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ की वंदना à¤à¤µà¤‚ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ के साथ हà¥à¤†à¥¤ इस अवसर पर à¤à¤®à¥à¤¸ निदेशक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤°( डॉ) मीनू सिंह ने नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ की नेशनल वरà¥à¤•à¤¶à¥‰à¤ª के सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ आयोजन के लिठà¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं व आयोजन समिति को बधाई दी व नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ विà¤à¤¾à¤— का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया। इस दौरान निदेशक à¤à¤®à¥à¤¸ डा. मीनू सिंह ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर इस तरह के आयोजन का महतà¥à¤µ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के डीन à¤à¤•à¥‡à¤¡à¥‡à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने बताया कि इस तरह की कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का आयोजन विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ पठन- पाठन व जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ के लिठनितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¸à¥‡ आयोजनों से छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं में विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ के अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ से अनेक तरह का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और कौशल विकास होता है। इस अवसर पर नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉ. रजनीश के. अरोड़ा ने अतिथियों व विषय विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों से उनका परिचय कराया। इस दौरान उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को कोरà¥à¤¸ के विषय में विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ जानकारियां à¤à¥€ दी। नà¥à¤¯à¥‚रोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा. वीपी सिंह ने बताया कि à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ 1951 में नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ नà¥à¤¯à¥‚रोलॉजी की शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ को बढ़ाने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से की गई थी। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में इस सोसाइटी के 3 हजार से अधिक नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤¨ à¤à¤µà¤‚ नà¥à¤¯à¥‚रोलॉजिसà¥à¤Ÿ सदसà¥à¤¯ हैं। इसके लिठसोसाइटी समय समय पर नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ अलग-अलग कोरà¥à¤¸à¥‡à¤œ, सीà¤à¤®à¤ˆ, वेबिनारà¥à¤¸, सà¥à¤Ÿà¤¡à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤®à¥à¤¸ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤¶à¤¨à¤² पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤®à¥à¤¸ आयोजित करती है। सोसाइटी के बोरà¥à¤¡ ऑफ à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉकà¥à¤Ÿà¤° परितोष पांडे ने बताया कि संसà¥â€à¤¥à¤¾ वरà¥à¤· में दो से तीन बार इस तरह की कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾à¤“ं का आयोजन करती है, जिसमें विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को इंसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤¶à¤¨à¤² कोरà¥à¤¸ और फाउंडेशन कोरà¥à¤¸ के माधà¥à¤¯à¤® से चिकितà¥à¤¸à¤¾ संबंधी विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ तरह की जानकारियां दी जाती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि इंसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤¶à¤¨à¤² कोरà¥à¤¸ में अंतिम वरà¥à¤· के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को जटिल केसों की पहचान à¤à¤µà¤‚ निदान के बाबत विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ जानकारी दी जाती है, जबकि फाउंडेशन कोरà¥à¤¸ में पà¥à¤°à¤¥à¤® व दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ वरà¥à¤· के छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को विषय से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बिंदà¥à¤“ं के बारे में बताया जाता है। कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में मैकà¥à¤¸ इंसà¥à¤Ÿà¥€à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट ऑफ नà¥à¤¯à¥‚रोसाइंसेज के नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ. à¤à¤•à¥‡ सिंह ने नà¥à¤¯à¥‚रो सरà¥à¤œà¤°à¥€ के à¤à¥‚त, वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के बारे में विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ की। साथ ही à¤à¤¨à¤à¤¸à¤†à¤ˆ के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डा. सà¥à¤°à¥‡à¤¶ नायर ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को बà¥à¤°à¥‡à¤¨ टà¥à¤¯à¥‚मर और इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के बारे में बताया, साथ ही इन बीमारियों की पहचान व उपचार विधि पर विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ की।