देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• उपचारों की à¤à¥‚मिका विषय पर तीन दिवसीय अंरà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का आज समापन हो गया। बहà¥à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ जिसका मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, चिकितà¥à¤¸à¤¾ और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विधाओं को समठउनसे पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक मानव जीवन की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¤¾ रहा।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ११ जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• उपचारों की à¤à¥‚मिका विषय पर तीन दिवसीय अंरà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ का आज समापन हो गया। बहà¥à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ जिसका मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, चिकितà¥à¤¸à¤¾ और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विधाओं को समठउनसे पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिक मानव जीवन की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¤¾ रहा। विवि के वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦ विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का अयोजन कराया गया। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के अंतिम दिन देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€ शरद पारधी ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को संबोधित किया। मानसिक रोगों से बचने के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ उपायों को वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ सैदà¥à¤§à¤¾à¤‚तिक उदाहरणों के साथ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ इस अवसर पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पं० शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखित वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦ से संबंधित विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। इससे पूरà¥à¤µ देसंविवि के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ की असल समसà¥à¤¯à¤¾ है उसका मन, जिसमें असंतोष, ईरà¥à¤·à¥à¤¯à¤¾ और कà¥à¤°à¥‹à¤§ जैसी दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इन समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ के मन को ही बताया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में अंतःकरण की समठहै। यहां की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• विधाà¤à¤‚ हैं जो आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की मदद से मनà¥à¤·à¥à¤¯ में सकारातà¥à¤®à¤• à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ जागà¥à¤°à¤¤ करती हैं, साथ ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को शारीरिक तथा मानसिक सà¥à¤¤à¤° पर सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ बनाती हैं। इस अवसर पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ डॉ. चिनà¥à¤®à¤¯ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ अतिथियों ने मानसिक सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ में आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और वैकलà¥à¤ªà¤¿à¤• उपचारों की à¤à¥‚मिका विषय पर अंतरà¥à¤µà¤¿à¤·à¤¯à¤• अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ और ई-पà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥€à¤¡à¤¿à¤‚गà¥à¤¸ का à¤à¥€ विमोचन किया गया। तीन दिन चले इस कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के १९ अलग-अलग राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आठकरीब १०० शोधारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया और अपने शोध पतà¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ में अलग अलग सतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ देसंविवि के डॉ. पीयूष तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€, डॉ. अमृत गà¥à¤°à¤µà¥‡à¤‚दà¥à¤°, डॉ. सà¥à¤°à¥‡à¤¶ बरà¥à¤£à¤µà¤¾à¤², डॉ. आरती ने की। इस दौरान में डॉ उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ, डॉ बिजॉय राज, डॉ विवेक महेशà¥à¤µà¤°à¥€, डॉ चिराग अंधारिया, डॉ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ पà¥à¤°à¥€, डॉ महेश à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ डॉ राम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शरà¥à¤®à¤¾ सहित देसंविवि के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।