शांतिकà¥à¤‚ज में तीन दिवसीय गà¥à¤°à¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ परà¥à¤µ का मंगल शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ के साथ आज शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहो गया। इस अवसर पर गà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤® पहà¥à¤‚चे देश विदेश के साधकों ने सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सौंपे गये कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरा करने के संकलà¥à¤ª के साथ शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ में à¤à¤¾à¤— लिया। शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ को शांतिकà¥à¤‚ज वरिषà¥à¤ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾ पं. शिवपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिशà¥à¤° ने हरी à¤à¤‚डी दिखाकर रवाना किया। रैली में शांतिकà¥à¤‚ंज के सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवियों सहित देश-विदेश से आये गायतà¥à¤°à¥€ साधकों ने à¤à¤¾à¤— लिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ११ जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ शांतिकà¥à¤‚ज में तीन दिवसीय गà¥à¤°à¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ परà¥à¤µ का मंगल शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ के साथ आज शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहो गया। इस अवसर पर गà¥à¤°à¥à¤§à¤¾à¤® पहà¥à¤‚चे देश विदेश के साधकों ने सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सौंपे गये कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरा करने के संकलà¥à¤ª के साथ शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ में à¤à¤¾à¤— लिया। शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ को शांतिकà¥à¤‚ज वरिषà¥à¤ कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾ पं. शिवपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिशà¥à¤° ने हरी à¤à¤‚डी दिखाकर रवाना किया। रैली में शांतिकà¥à¤‚ंज के सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवियों सहित देश-विदेश से आये गायतà¥à¤°à¥€ साधकों ने à¤à¤¾à¤— लिया। शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ शांतिकà¥à¤‚ज के गेट नं. तीन से निकली और हरिपà¥à¤° कलां में गà¥à¤°à¥ की महानता का अलख जगाते हà¥à¤ देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर पहà¥à¤‚ची। जहाठपà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° महादेव की परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ के बाद वापस शांतिकà¥à¤‚ज लौट आयी। शांतिकà¥à¤‚ज पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ पर शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ का बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤¨à¥€ बहिनों ने आरती कर à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। ऋषियà¥à¤—à¥à¤® की पावन समाधि के पास पहà¥à¤‚चकर शोà¤à¤¾à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ का समापन हà¥à¤†à¥¤ इस अवसर पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ देश विदेश से आये हजारों शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने आराधà¥à¤¯-सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ पूजà¥à¤¯ पं. शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® शरà¥à¤®à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¶à¥à¤°à¥€ के संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤“ं को पूरा करने की शपथ ली। सायंकालीन आयोजित à¤à¤œà¤¨ संधà¥à¤¯à¤¾ में जहाठगà¥à¤°à¥à¤“ं की महानता को याद किया गया, वहीं शिषà¥à¤¯ के समरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤¾à¤µ को à¤à¥€ रेखांकित किया गया। गà¥à¤°à¥à¤µà¤° सदा साथ हैं, गà¥à¤°à¥à¤µà¤° तेरी कृपा ने, गà¥à¤°à¥à¤µà¤° कृपा कर दो-तà¥à¤®à¤•à¥‹ à¤à¥‚ला न पाऊà¤, गà¥à¤°à¥ बिन जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नहीं-नहीं रे आदि à¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚-गीतों से देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, गायतà¥à¤°à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€à¤ व शांतिकà¥à¤‚ज के यà¥à¤—गायकों ने à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤µ में डूबा दिया। इस अवसर पर डॉ. शिव नारायण, हरिपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦, शà¥à¤¯à¤¾à¤® यादव, कà¥. सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ आदि ने अपनी गायनकला से उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जनसमà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को à¤à¤¾à¤µà¤µà¤¿à¤à¥‹à¤° कर दिया।