उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड देश में सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति को लागू करने वाला पहला राजà¥à¤¯ बन गया है । जिससे राजà¥à¤¯ के तमाम विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ को लेकर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार की संजीदगी पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ होती है । हमारा राजà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² से ही गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ की समृदà¥à¤§ परंपरा का पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ है । à¤à¤¸à¥‡ में इस विरासत को संà¤à¤¾à¤²à¥‡ रखना अपने आप में बड़ी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ का काम है ।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड देश में सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति को लागू करने वाला पहला राजà¥à¤¯ बन गया है । जिससे राजà¥à¤¯ के तमाम विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ को लेकर पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार की संजीदगी पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ होती है । हमारा राजà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¤•à¤¾à¤² से ही गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ की समृदà¥à¤§ परंपरा का पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ है । à¤à¤¸à¥‡ में इस विरासत को संà¤à¤¾à¤²à¥‡ रखना अपने आप में बड़ी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ का काम है । कहते हैं शिकà¥à¤·à¤¾ किसी देश का अमूलà¥à¤¯ आà¤à¥‚षण है , जिसमें जितने रतà¥à¤¨ जड़े जाà¤à¤‚ उतना ही कम है और समान रूप से उसे पहनने वाले की खूबसूरती à¤à¥€ बà¥à¤¤à¥€ जाती है । अतः इसमें किये जाने वाले सकारातà¥à¤®à¤• बदलाव हमेशा ही कम लगते हैं। नेलà¥à¤¸à¤¨ मंडेला ने à¤à¤• बार कहा था कि "शिकà¥à¤·à¤¾ सबसे शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हथियार है जिसे आप दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को बदलने के लिठउपयोग कर सकते हैं । " इसलिठशिकà¥à¤·à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से ही दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की तमाम विषमताओं का खतà¥à¤®à¤¾ किया जा सकता है । वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में à¤à¤¸à¥‡ अनेक नवोनà¥à¤®à¥‡à¤·à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® किये जा रहे हैं जिससे नौनिहालों को उनके à¤à¤¾à¤µà¥€ जीवन के लिठतैयार किया जा सके । इसकी à¤à¤²à¤• हमें नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति में देखने को मिली है जिसमें शिकà¥à¤·à¤¾ की वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ तथा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की जरूरतों को पूरा करने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है । शिकà¥à¤·à¤¾ के संबंध में गांधी जी ने कहा था कि ' शिकà¥à¤·à¤¾ का आशय बालक और मनà¥à¤·à¥à¤¯ के शरीर, मन तथा आतà¥à¤®à¤¾ के सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण à¤à¤µà¤‚ सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ विकास से है।' इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ को तà¥à¤°à¤¿à¤®à¥à¤–ी पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के रूप में संचालित करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जा रहा है ताकि विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अंततः सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण पूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हो सके । शिकà¥à¤·à¤¾ नीति- 2020 à¤à¤¾à¤°à¤¤ की नवीन शिकà¥à¤·à¤¾ नीति है जिसे à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 29 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2020 को घोषित किया गया। सन 1986 में जारी हà¥à¤ˆ नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की शिकà¥à¤·à¤¾ नीति में यह पहला नया परिवरà¥à¤¤à¤¨ है । यह नीति अंतरिकà¥à¤· वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• के. कसà¥à¤¤à¥‚रीरंगन की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ वाली समिति की रिपोरà¥à¤Ÿ पर आधारित है। इसे लाने के साथ ही देश में शिकà¥à¤·à¤¾ पर वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• चरà¥à¤šà¤¾ आरंठहो गई । बदलते वकà¥à¤¤ की जरूरतों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति को लागू करना à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• हो गया जिसकी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ काफी लंबे वकà¥à¤¤ से महसूस की जा रही थी। शिकà¥à¤·à¤¾ के à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विचार में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ ,à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¯à¥€ वैविधà¥à¤¯ ,सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वैà¤à¤µ , अकादमिक मौलिकता ,अनà¥à¤¤à¤ƒ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ तथा सरà¥à¤µ समà¤à¤¾à¤µ अंतरà¥à¤¨à¤¿à¤¹à¤¿à¤¤ है । नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति सनातन अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ वैशिषà¥à¤Ÿà¥à¤¯ का समरà¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ है । नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति की इसी मूल à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ मंगलवार 12 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में लागू किया गया है । जिसका लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में शत - पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को तय समय पर पूरà¥à¤£ करना है । इसके अंतरà¥à¤—त सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ के अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ में नई राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ नीति-2020 को शà¥à¤°à¥‚ किया जायेगा। जिसकी तैयारियों में विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— काफी समय से जà¥à¤Ÿà¤¾ हà¥à¤† है । à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के रूप में शिकà¥à¤·à¤¾ महानिदेशालय में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी ने बालवाटिकाओं का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ कर सूबे में नई शिकà¥à¤·à¤¾ नीति का विधिवत शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया। जिसके साथ ही उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड à¤à¤¨à¤ˆà¤ªà¥€ लागू करने वाला देश का पहला राजà¥à¤¯ à¤à¥€ बन गया । राजà¥à¤¯ के समसà¥à¤¤ जनपदों में विकासखंड सà¥à¤¤à¤° पर चिनà¥à¤¹à¤¿à¤¤ को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥‹à¤‚ में वृहद रूप से बालवाटिकाओं का कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ विधायक à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ जनपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया गया , जिसमें शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦à¥, अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• à¤à¤µà¤‚ छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने शामिल होकर यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया है कि राजà¥à¤¯ में à¤à¤¨à¤ˆà¤ªà¥€ को लेकर कितना उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ à¤à¤µà¤‚ जागरूकता है । इसके पà¥à¤°à¤¥à¤® चरण में शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— के अंतरà¥à¤—त पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में संचालित पांच हजार आंगनबाड़ी केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥‹à¤‚ में बालवाटिका ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं का संचालन शà¥à¤°à¥‚ किया जाना है । राजà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¥€-पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤®à¤°à¥€ सà¥à¤¤à¤° पर बालवाटिकाओं में बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¤¨à¤ˆà¤ªà¥€ के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के तहत पà¥à¤¾à¤¯à¤¾ जायेगा। जिसके के लिये पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® तैयार कर लिया गया है। राजà¥à¤¯ शैकà¥à¤·à¤¿à¤• अनà¥à¤¸à¤‚धान à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ परिषद ( à¤à¤¸à¤¸à¥€à¤ˆà¤†à¤°à¤Ÿà¥€ ) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आंगनवाडी कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ के लिये हसà¥à¤¤à¤ªà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिये तीन अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, संवाद à¤à¤µà¤‚ सृजन तैयार की गई है। पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ नेतृतà¥à¤µ का यह निरà¥à¤£à¤¯ वासà¥à¤¤à¤µ में उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की शिकà¥à¤·à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिठमील का पतà¥à¤¥à¤° साबित होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसके लिठजिस राजनीतिक इचà¥à¤›à¤¾à¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿ का परिचय मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ तथा शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ डॉ धन सिंह रावत ने दिया है वह इस संदरà¥à¤ में अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ है । कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस तरह के निरà¥à¤£à¤¯ माननीय शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिये जा रहे हैं वे सà¥à¤§à¤¾à¤° काफी समय से लंबित थे । चाहे वह विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ को कलसà¥à¤Ÿà¤° के रूप में विकसित करने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हो या फिर कम विदà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ वाले सà¥à¤•à¥‚लों के शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का दूसरी जगह समायोजन या फिर विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ की बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ जरूरतों को पूरा करने निरà¥à¤£à¤¯ , इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हमेशा राजनीतिक नफा-नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखकर अधर में रखा जाता था किंतॠइस बार कड़े फैसले लिठजा रहे हैं ताकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में जम चà¥à¤•à¥€ वरà¥à¤·à¥‹ की धूल को साफ किया जा सके । शिकà¥à¤·à¤¾ पर किया गया निवेश हमेशा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾ देता है , इसका आशय है कि जो योजना आज लागू की जा रही है उसके परिणाम आने वाले दस से बीस सालों में देखने को मिलेंगे । इसलिठयह à¤à¤• दीरà¥à¤˜à¤¾à¤µà¤§à¤¿ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® है जिसको संयम के साथ संचालित किया जाना चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकानंद का कहना था कि' मनà¥à¤·à¥à¤¯ की अंरà¥à¤¤à¤¨à¤¿à¤¹à¤¿à¤¤ पूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ को अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करना ही शिकà¥à¤·à¤¾ है।' इसलिठराजà¥à¤¯ सà¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को अपने अंतरचितà¥à¤¤ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने का अवसर इसके माधà¥à¤¯à¤® से दिया जा रहा है । हमारे राजà¥à¤¯ में सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ सैनिक और शिकà¥à¤·à¤£ के पेशे में ही अधिकतर लोग जà¥à¥œà¥‡ हà¥à¤ हैं इसलिठसà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• रूप से इस तरह के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में नठरोजगार के अवसर उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होने की à¤à¥€ संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ दिखती है । नई योजना को जिस तरह से विकेनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ योजना के रूप में संचालित करने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है उससे निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में उतà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° वृदà¥à¤§à¤¿ होने की अपार संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है । लेकिन इसके साथ ही कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ कदम हैं जिनसे इसके लकà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अधिक असानी से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सकता है , इसमें à¤à¤¸à¤¸à¥€à¤ˆà¤†à¤°à¤Ÿà¥€ , डायट ( जिला शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ) जैसी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को अधिक अधिकार समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ बनाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है ताकि वे जमीनी सà¥à¤¤à¤° से बदलाव की मà¥à¤¹à¤¿à¤® शà¥à¤°à¥‚ कर सकें। शिकà¥à¤·à¤¾ के बारे में à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कहावत है कि 'यदि आप à¤à¤• वरà¥à¤· के लिठयोजना बना रहे हैं, तो चावल की बà¥à¤µà¤¾à¤ˆ करें; यदि आप à¤à¤• दशक के लिठयोजना बना रहे हैं, तो पेड़ लगाà¤à¤‚; यदि आप जीवन à¤à¤° के लिठयोजना बना रहे हैं, तो लोगों को शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करें।' जब हम उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड को अगली सदी के लिठतैयार कर रहे हैं जहां हमारा राजà¥à¤¯ विशà¥à¤µ गà¥à¤°à¥ à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सारथी बनने जा रहा है à¤à¤¸à¥‡ में हमें निःसंदेह अपने लोगों को शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने की जरूरत है ।