शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास के पहले सोमवार में तीरà¥à¤¥ नगरी शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से गूंज रही है।हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° शहर पूरी तरह शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रंग में रंग गया है। सोमवार सà¥à¤¬à¤¹ से ही शिवालयों के बाहर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं की लंबी लाइन लगी रही। साथ ही हरकी पैड़ी से गंगाजल लेने के लिठकांवड़ियों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ जà¥à¤Ÿ रही है। शिव à¤à¤•à¥à¤¤ हर की पौड़ी पर à¤à¤¾à¤°à¥€ संखà¥à¤¯à¤¾ में गंगाजल लेने पहà¥à¤‚च रहे हैं।
रिपोर्ट - विकास शरà¥à¤®à¤¾
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 18 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ (विकास शरà¥à¤®à¤¾) शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास के पहले सोमवार में तीरà¥à¤¥ नगरी शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से गूंज रही है।हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° शहर पूरी तरह शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के रंग में रंग गया है। सोमवार सà¥à¤¬à¤¹ से ही शिवालयों के बाहर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं की लंबी लाइन लगी रही। साथ ही हरकी पैड़ी से गंगाजल लेने के लिठकांवड़ियों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ जà¥à¤Ÿ रही है। शिव à¤à¤•à¥à¤¤ हर की पौड़ी पर à¤à¤¾à¤°à¥€ संखà¥à¤¯à¤¾ में गंगाजल लेने पहà¥à¤‚च रहे हैं। शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास के पहले सोमवार में कनखल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ दकà¥à¤· मंदिर में जलाà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करने हेतॠशिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का तांता लगा हà¥à¤† है। दकà¥à¤·à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° महादेव मंदिर को à¤à¤—वान शिव की ससà¥à¤°à¤¾à¤² कहा जाता है। सावन माह में शिव à¤à¤•à¥à¤¤ बेलपतà¥à¤°, à¤à¤¾à¤‚ग, धतूरा, गंगाजल, दूध, दही, शहद आदि से à¤à¤—वान शंकर के शिवलिंग की पूजा करते हैं। à¤à¤¸à¥€ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि पूरे शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास में à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ दकà¥à¤· मंदिर में निवास करते हैं। मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ महंत विशà¥à¤µà¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° राजा दकà¥à¤· दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यजà¥à¤ž में अपने दामाद à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ को निमंतà¥à¤°à¤£ नहीं दिया था। पति के अपमान से कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ माता पारà¥à¤µà¤¤à¥€ ने उसी यजà¥à¤ž में अपनी आहà¥à¤¤à¤¿ दे दी। इस घटना से कà¥à¤°à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ होकर à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ की आजà¥à¤žà¤¾ से उनके गण वीरà¤à¤¦à¥à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजा दकà¥à¤· का सिर धड़ से अलग कर दिया और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दिलाई । राजा दकà¥à¤· दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करने पर à¤à¤—वान शिव ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बकरे का शीश लगाकर शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास में दकà¥à¤·à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° मंदिर में निवास करने का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया। तब से à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡à¤¨à¤¾à¤¥ शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£ मास में यही निवास कर सृषà¥à¤Ÿà¤¿ का संचालन कर विशà¥à¤µ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ करते हैं।