परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिये राजाजी नेशनल पारà¥à¤•, नीलकंठमारà¥à¤—, लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ à¤à¥‚ला, बैराज और कांवडियों के पैदल मारà¥à¤— पर सà¥à¤µà¤šà¥à¤› जल की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ हेतॠ8 जल मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की गयी।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 19 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिये राजाजी नेशनल पारà¥à¤•, नीलकंठमारà¥à¤—, लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£ à¤à¥‚ला, बैराज और कांवडियों के पैदल मारà¥à¤— पर सà¥à¤µà¤šà¥à¤› जल की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ हेतॠ8 जल मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की गयी। परमारà¥à¤¥ निकेतन आशà¥à¤°à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· कांवड यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान कांवडियों की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के लिये जल मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जाती है। इस तपती गरà¥à¤®à¥€ में पैदल यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान कांवडियों के लिये तो जल की à¤à¤•-à¤à¤• बूंद अमृत के सामान है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने संदेश दिया कि जल ही जीवन है; जल है तो कल है तथा जल की पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• बंूद में जीवन है इसलिये जल के महतà¥à¤µ को समà¤à¥‡ और कांवड यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान जल संरकà¥à¤·à¤£ का संकलà¥à¤ª ले। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि कांवड यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान पैदल मारà¥à¤— पर अगर जल मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जाये तो पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• बाॅटल का कचरा à¤à¥€ कम किया जा सकता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि गंगा जी को पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• से गंदा न करें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि गंगा लाखों-लाखों लोगों को जीवन और जीविका पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि हमारे à¤à¥€à¤¤à¤° à¤à¥€ à¤à¤• गंगा है। जब-जब जीवन में कठिनाईयों का विषपान करना पड़े तब अपने à¤à¥€à¤¤à¤° की गंगा मंे सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करें और अपने उस शिखर को छूये जो सतà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का शिखर है। उस सतà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के शिखर पर बैठकर हम अपने जीवन का चिंतन करे कि आखिर यह जहर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? यह विष कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? और यह असफलता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? इस बात पर चिंतन करते हà¥à¤¯à¥‡ फिर से साधना में लीन होे जाये। हमारी साधना यही है कि हम विष के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ उषà¥à¤£à¤¤à¤¾ को दूसरे को न बांटे बलà¥à¤•à¤¿ दूसरों को अमृत बांटे सà¥à¤– बांटे और सà¥à¤µà¤‚य साधना से गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤¯à¥‡ अपने जीवन को à¤à¥€ शांत, मसà¥à¤¤ और सिदà¥à¤§ बना ले। कांवड यातà¥à¤°à¤¾ हमें यही संदेश देती है।