टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€ इंडिया लिमिटेड विशेष रूप से कमजोर-गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ महिलाओं और परियोजना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में महिलाओं के सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के लिठहमेशा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ और सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहा है। इसी संबंध में, टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€à¤†à¤ˆà¤à¤²-विषà¥à¤£à¥à¤—ाड-पीपलकोटी जल विदà¥à¤¯à¥à¤¤ परियोजना दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चमोली जिले के पीपलकोटी में विधवा महिलाओं के लिठविधवा सहायता पेंशन योजना चलाई जा रही है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश,20.07.2022: टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€ इंडिया लिमिटेड विशेष रूप से कमजोर-गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ महिलाओं और परियोजना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में महिलाओं के सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के लिठहमेशा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ और सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रहा है। इसी संबंध में, टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€à¤†à¤ˆà¤à¤²-विषà¥à¤£à¥à¤—ाड-पीपलकोटी जल विदà¥à¤¯à¥à¤¤ परियोजना दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चमोली जिले के पीपलकोटी में विधवा महिलाओं के लिठविधवा सहायता पेंशन योजना चलाई जा रही है। विधवा सहायता पेंशन योजना का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ विधवा महिलाओं को आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° बनाना है जिससे कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¥à¤¾à¤ªà¥‡ में किसी पर निरà¥à¤à¤° न रहना पड़े और वे सामाजिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा में à¤à¥€ वृदà¥à¤§à¤¿ कर सकें| विधवा सहायता पेंशन योजना की पीपलकोटी निवासी लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शिवा देवी ने कहा कि “इस बà¥à¥à¤¾à¤ªà¥‡ में कम से कम बाहर जाकर काम नहीं करना पड़ रहा जब से टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€ कमà¥à¤ªà¤¨à¥€ हमें पेंशन दे रही है |†जबकि योजना की à¤à¤• अनà¥à¤¯ लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€, चमोली जिले के गà¥à¤°à¤¾à¤® दसवाना निवासी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सावितà¥à¤°à¥€ देवी ने कहा कि विधवा पेंशन के रूप में यह आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहायता हमारे बà¥à¤°à¥‡ वकà¥à¤¤ में काम आ रही है | गौरतलब है कि शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सावितà¥à¤°à¥€ देवी गांव के पंचायत à¤à¤µà¤¨ में अपने बेटों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ घर से अलग कर दिठजाने के कारण अकेली रहती हैं | इस योजना के तहत लगà¤à¤— 24 विधवा महिलाà¤à¤‚ लाà¤à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ हो रही हैं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वीपीà¤à¤šà¤ˆà¤ªà¥€-टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€à¤†à¤ˆà¤à¤² से वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सहायता के रूप में पà¥à¤°à¤¤à¤¿ माह 1500 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ मिल रहे हैं, जबकि 9 लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पेंशन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में है। यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है कि जब से विधवा पेंशन योजना का लाठमहिलाओं को मिल रहा है, तब से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बाहर जाकर काम करने की जरूरत नहीं है और साथ ही वे आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° à¤à¥€ हà¥à¤ˆ हैं। टीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€à¤†à¤ˆà¤à¤² मानता है कि "सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥, शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ और सशकà¥à¤¤ महिलाà¤à¤‚ बदलाव लाने में मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥€ हैं"। जब महिलाओं का समरà¥à¤¥à¤¨ किया जाता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सशकà¥à¤¤ बनाया जाता है, तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ मिलता है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने अधिकारों के लिठबोलने और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° होने का à¤à¥€ अवसर मिलता है। इसलिठटीà¤à¤šà¤¡à¥€à¤¸à¥€à¤†à¤ˆà¤à¤² की यह वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सहायता विधवा महिलाओं के लिठवरदान साबित हो रही है।