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शिव मूर्ति पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा मीडिया कर्मियों तथा स्थानीय व्यापारियों से अभद्रता।


कांवड़ियों की बढ़ती हुई भीड़ पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती बनती जा रही है।ऐसी दशा में पुलिस प्रशासन व व्यापारियोंऔर स्थानीय नागरिकों में सामंजस्य स्थापित करना एक टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा शिव मूर्ति पर बैरिकेट्स लगाकर तैनात पुलिसकर्मियों के कारण स्थानीय नागरिकों को तथा स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।शिव मूर्ति पर तैनात पुलिसकर्मी किसी भी स्थानीय पास या किसी भी दलील को सुनने को तैयार नहीं है।

रिपोर्ट  - à¤µà¤¿à¤•à¤¾à¤¸ शर्मा

हरिद्वार 23 जुलाई (विकास शर्मा) कांवड़ मेला इस समय पूरे जोरों पर चल रहा है। कांवड़ियों की बढ़ती हुई भीड़ पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौती बनती जा रही है।ऐसी दशा में पुलिस प्रशासन व व्यापारियोंऔर स्थानीय नागरिकों में सामंजस्य स्थापित करना एक टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा शिव मूर्ति पर बैरिकेट्स लगाकर तैनात पुलिसकर्मियों के कारण स्थानीय नागरिकों को तथा स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।शिव मूर्ति पर तैनात पुलिसकर्मी किसी भी स्थानीय पास या किसी भी दलील को सुनने को तैयार नहीं है। यहां तक की मीडिया कर्मियों के प्रेस पास भी उनके लिए मान्य नहीं है। मीडिया कर्मियों को कार्यालय पर जाने से रोका जा रहा है। दो पहिया वाहनों के पत्रकारों से शिवमूर्ति पर खुले आम अभद्रता की जा रही है। गत दिनों यहा आये डीजी लॉ इन आर्डर ने स्पष्ट आदेश जारी किये थे कि शिवमूर्ति से लेकर भीमगोड़ा तक जीरो जोन में किसी भी प्रशस​निक अधिकारी व पुलिस अधिकारी के वाहन नहीं जाएगें, लेकिन शिवमूर्ति पर तैनात पुलिस अधिकारी जीरो जोन में वाहन लाकर डीजी कानून व्यवस्था के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे है। शहर के मुख्य चौराहों पर बैरिकेट्स लगाकर पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी तो दे रहे हैं। लेकिन उनके पास कोई भी आला अधिकारी मौजूद नहीं है। पुलिस कर्मियों द्वारा स्थानीय नागरिकों को इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है। जबकि आला अधिकारी एसी रूम में बैठकर मोबाइलों पर लोकेशन लेकर अपने ड्यूटी निभा रहे हैं।पुलिस के आला अधिकारी व्यापारियों के साथ बैठक कर कांवड़ मेले को कुशलतापूर्वक संपन्न कराने हेतु तालमेल कर सहयोग की अपील कर चुके हैं। डीजीपी अशोक कुमार द्वारा भी पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे शहर में गस्त कर व्यापारियों और कावड़ियों के साथ सहयोग करें और कावड़ मेले को संपन्न कराएं।

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