परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ संरकà¥à¤·à¤£ दिवस’ के अवसर पर संदेश दिया कि पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के संरकà¥à¤·à¤£ के लिये पौधारोपण और पौधों का संरकà¥à¤·à¤£ नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को सà¥à¤µà¤šà¥à¤›, सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण मà¥à¤•à¥à¤¤ रखने के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करना जरूरी है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 28 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ संरकà¥à¤·à¤£ दिवस’ के अवसर पर संदेश दिया कि पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के संरकà¥à¤·à¤£ के लिये पौधारोपण और पौधों का संरकà¥à¤·à¤£ नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को सà¥à¤µà¤šà¥à¤›, सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण मà¥à¤•à¥à¤¤ रखने के लिये परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करना जरूरी है। जो वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ और पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ विलà¥à¤ªà¥à¤¤ होने की कगार पर हैं उनका संरकà¥à¤·à¤£ ही विशà¥à¤µ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ संरकà¥à¤·à¤£ दिवस मनाने का पà¥à¤°à¤¥à¤® लकà¥à¤·à¥à¤¯ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अपने संदेश में कहा कि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ की दिशा में पहला कदम है पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के उपयोग को पूरà¥à¤£ रूप से बंद करना है। यह à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¥€ के बेहतर कल के लिये à¤à¥€ नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों के लगातार अवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• दोहन के कारण वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² वारà¥à¤®à¤¿à¤‚ग, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ बीमारियाठऔर पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं में बà¥à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°à¥€ हो रही है इसलिये हमें बायोडिगà¥à¤°à¥‡à¤¡à¥‡à¤¬à¤² उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ का उपयोग करना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤• सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥, समृदà¥à¤§, बेहतर कल और आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के उजà¥à¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के लिठपà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का संरकà¥à¤·à¤£ करने का संकलà¥à¤ª आज देश के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक को करना होगा। पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• समृदà¥à¤§ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है। हमारे पास हिमालय हैं, गंगा जैसी सदानीरा नदियाठहैं, हरे-à¤à¤°à¥‡ और पà¥à¤°à¤šà¥à¤° मातà¥à¤°à¤¾ में आकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ देने वाले जंगल हैं, हीरा, कोयला और अनà¥à¤¯ खनिजों का à¤à¤‚डार है इसलिये आइयें संकलà¥à¤ª लें कि अपने पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधनों का उपयोग नीड़ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° करेंगे गà¥à¤°à¥€à¤¡ के लिये नहीं करेंगे। अपनी जीवन शैली को पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनà¥à¤°à¥‚प रखेंगे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमारा जीवन जीतना पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से जà¥à¥œà¤¾ होगा उतना ही सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और समृदà¥à¤§ होगा।