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उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ


उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर में माननीय कुलाधिपति (राज्यपाल महोदय)सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल श्री गुरमीत सिंह के दिशा-निर्देशानुसार प्रोफेसर सुनील जोशी माननीय,कुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ व्याख्यानमाला के आयोजन के साथ किया गया।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

आज हरिद्वार में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर में माननीय कुलाधिपति (राज्यपाल महोदय)सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल गुरमीत सिंह के दिशा-निर्देशानुसार प्रोफेसर सुनील जोशी माननीय, कुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ व्याख्यानमाला के आयोजन के साथ किया गया।आज प्रातः: व्याख्यानमाला का उद्घाटन प्रोफेसर सुनील जोशी जी द्वारा किया गया। जिसमें आयुर्वेद के दो वरिष्ठ विद्वान डॉक्टर पवन कुमार शर्मा एवं डॉ विनीत अग्निहोत्री जी को बुलाकर सम्मानित किया गया तथा उनके द्वारा व्याख्यान दिया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम में विधिवत स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डा०राजेश अधाना ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत होने वाले विभिन्न कार्यकम एवं योजनाओं पर प्रकाश डाला। प्रो. प्रेमचंद शास्त्री के द्वारा स्वतंत्रता प्राप्ति में गुरुकुल एवं ऋषिकुल परिसर के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हुए बताया गया की किस प्रकार मातृभूमि की रक्षा में हमारे वीरों ने अपना बलिदान देकर भारत को आजाद करवाया। जिनकी वजह से ही हम आज यह आजादी के अमृत महोत्सव को मना पा रहे है। इस कार्यक्रम में कलकत्ता से पधारे डा. पवन शर्मा जी ने स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व एवं बाद में आयुर्वेद चिकित्सा की परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया की आज आयुर्वेद चिकित्सा की विदेशों में मांग बढ़ने का मुख्य कारण भारत सरकार की विभिन्न संस्थाओं द्वारा औषधि की गुणवत्ता के लेकर किए जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया एवं आयुर्वेद औषधियों की गुणवत्ता एवं अनुसंधान में भावी रणनीतियों पर विचार डाला। प्रो. विनीत अग्निहोत्री द्वारा गुरुकुल परिसर में हुए नवनिर्माण, औषधि निर्माण प्रयोगशाला, सभागार कक्ष आदि के हुए कार्य को सराहते हुए कहा गया की गुरुकुल एवं ऋषिकुल परिसर आजादी से पूर्व निर्मित कालेज है यह परिसर हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इस कालेज के नवनिर्माण को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। इस हेतु इन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। गुरुकुल परिसर के निदेशक प्रो. पंकज शर्मा के द्वारा बताया गया की 9 अगस्त से 15 अगस्त तक परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम, स्वच्छता कार्यक्रम, निशुल्क चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिविर, देशभक्ति कविता एवं निबंध प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा। परिसर के निदेशक प्रो पंकज शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। आज के कार्यकम का कुशल संचालन डा०राजीव कुरेले जी ने किया। कार्यक्रम में प्रो. मीना रानी आहूजा, प्रो. विपिन पांडेय, प्रो. बालकृष्ण पंवार, डा.वीरेंद्र टमटा, डा. मयंक भटकोटी, डा० शैलेंद्र प्रधान, डा. संजय गुप्ता, डा. विपिन कुमार अरोड़ा, प्रो. दिनेश गोयल, डा. ज्ञानेंद्र शुक्ला, डा. शीतल वर्मा, डा. शिखा पांडेय, डा. दीपशिखा, डा किरण वशिष्ठ, हरिशचन्द् गुप्ता, राहुल तिवारी आदि उपस्थित थे।

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