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नृत्य, गायन और वादन में महिलाओं ने दी शानदार प्रस्तुति


तीर्थनगरी में महिलाओं पर तीज का रंग चढ़ा हुआ है। तीज की मस्ती में महिलाएं जमकर थिरक रही है। महिलाओं के नृत्य, गायन और वादन के कार्यक्रम से चारों और हर्ष और उल्लास का वातावरण बना हुआ है। तीर्थ नगरी में जगह-जगह तीज कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार। तीर्थनगरी में महिलाओं पर तीज का रंग चढ़ा हुआ है। तीज की मस्ती में महिलाएं जमकर थिरक रही है। महिलाओं के नृत्य, गायन और वादन के कार्यक्रम से चारों और हर्ष और उल्लास का वातावरण बना हुआ है। तीर्थ नगरी में जगह-जगह तीज कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसमें महिलाएं बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं। ‌इस कड़ी में शनिवार को प्रेम नगर आश्रम,रानीपुर मोड़ पर स्थित होटल जगत इन में इस महोत्सव का कार्यक्रम धूमधाम के साथ मनाया गया। ‌ कार्यक्रम संयोजक रश्मि मिश्रा, शालु अहूजा, गरिमा अग्रवाल, नेहा कौर के तीज महोत्सव कार्यक्रम में महिलाओं ने जमकर आनंद उठाया और अपनी प्रतिभा का बेजोड़ प्रदर्शन करते हुए अन्यको झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक रश्मि मिश्रा ने सभी लोगों को तीज पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सनातन संस्कृति में पर्व, त्यौहारों और संस्कारों का खास महत्व है। ये पर्व और त्यौहार ही हमें एक दूसरे से मिलने का मौका देते हैं और हम एक दूसरे से मिलकर अपनी खुशियां, दुख दर्द बांटते हैं। एकजुट रहना ही भारतीय संस्कृति है और यही हमारा संस्कार भी है। रश्मि मिश्रा ने कहा भारतीय संस्कृति सात वार और नौ त्यौहार हैं, जों हमें एक दूसरे से अलग होने का मौका ही नहीं देते। हर त्यौहार का अपना एक अलग महत्व है। आनंद उत्सव श्रद्धा भक्ति हर्ष उल्लास आस्था सहित सभी रंग त्योहारों में देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि श्रावण मास शुक्ल पक्ष की तीतृया को हरियाली तीज के नाम से जाना जाता है। इसे आनंद के त्योहार के नाम से भी जाना जाता है। सज धज कर महिलाएं अपनी सखियों के साथ आनंद और उत्सव के वातावरण में तीज का पर्व मनाती हैं। इस तीज कजरी तीज और हरितालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है| शालू आहूजा ने कहा कि हरियाली तीज पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। हरियाली तीज पर्व खुशी और उन्नति का त्यौहार है। सामाजिक दृष्टिकोण से तीज उत्सव का बड़ा महत्व है। तीज का त्योहार हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को प्रदर्शित और परिभाषित करता है। इस त्योहार के माध्यम से भारत की गौरवशाली परंपरा के दर्शन भी होते हैं। नेहा कौर ने कहा कि तीज महोत्सव जैसे आयोजन भारतीय सांस्कृति विरासत को प्रस्तुत करने के साथ महिलाओं को उनकी प्रतिभा प्रस्तुत करने का अवसर भी प्रदान करता हैं। गरिमा अग्रवाल ने कहा कि तीज पर्व भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाला पर्व है। महिलाएं बढ़चढ़ कर तीज पर्व को अपनी संस्कृति के अनुरूप मनाती चली आ रही है। इस मौके पर शशि झा, अंजू मिश्रा, शालू झा, संचिता, रेणु बबीता, भारती सहित अन्य महिलाओं ने तीज महोत्सव धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में महिलाओं ने रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। शानदार प्रदर्शन करने वाली प्रतिभागियों को उपहार पुरूस्कृत भी किया गया। इस मौके पर सभी महिलाओं ने शानदार आयोजन में सहयोग के लिए विभास मिश्रा को भी अपनी शुभकामनाएं दी।

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