परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ और आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से आज कांवडियों और शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के परमारà¥à¤¥ निकेतन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सैकड़ों की संखà¥à¤¯à¤¾ में तà¥à¤²à¤¸à¥€ के पौधें बांटे। कांवडियों को कांवड यातà¥à¤°à¤¾ की याद में पौधा रोपण करने का संकलà¥à¤ª कराया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेष, 1 अगसà¥à¤¤à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ और आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ से आज कांवडियों और शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के परमारà¥à¤¥ निकेतन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सैकड़ों की संखà¥à¤¯à¤¾ में तà¥à¤²à¤¸à¥€ के पौधें बांटे। कांवडियों को कांवड यातà¥à¤°à¤¾ की याद में पौधा रोपण करने का संकलà¥à¤ª कराया। देश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से आये कांवडियों ने बड़ी ही पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ से कांवड की यातà¥à¤°à¤¾ की याद में तà¥à¤²à¤¸à¥€ का पौधा रोपण का संकलà¥à¤ª किया। परमारà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ऋषिकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने पपेट शे के माधà¥à¤¯à¤® से शिवà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ और पौधारोपण का संदेश दिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अपने संदेश में कहा कि अब समय आ गया है कि घर-घर तà¥à¤²à¤¸à¥€, हर घर तà¥à¤²à¤¸à¥€, जय-जय तà¥à¤²à¤¸à¥€, जग में तà¥à¤²à¤¸à¥€ हो ताकि हमारे आस-पास सà¥à¤µà¤šà¥à¤› और सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ वातावरण का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया जा सके। हर घर और हर घाट पर तà¥à¤²à¤¸à¥€ का रोपण हो ताकि तà¥à¤²à¤¸à¥€ जी के महतà¥à¤µ को पूरा विशà¥à¤µ समठसके। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में तà¥à¤²à¤¸à¥€ जी का विशेष महतà¥à¤µ हैं, तà¥à¤²à¤¸à¥€ जी विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रूपों के साथ चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥€ महाऔषधी के रूप में अनेक औषधीय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ है। हमारे गà¥à¤°à¤‚थों में, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जीवन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ में तथा गांवों से लेकर शहरों तक हर घर में तà¥à¤²à¤¸à¥€ जी को पवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिया गया है। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• आधार पर कहा गया है कि तà¥à¤²à¤¸à¥€ की लकड़ी में विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥€à¤¯ गà¥à¤£ होता है इसलिये तो तà¥à¤²à¤¸à¥€ की माला à¤à¥€ धारण की जाती है, जिससे शरीर में विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ बॠजाता है जिससे हम अनेक रोगों के आकà¥à¤°à¤®à¤£ से à¤à¥€ बच सकते हंै। तà¥à¤²à¤¸à¥€ रोगों से हमारी रकà¥à¤·à¤¾ करती है इसलिये आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के माधà¥à¤¯à¤® से पूरे विशà¥à¤µ में अदà¥à¤à¥à¤¤ पहचान बनायी है। अथरà¥à¤µà¤µà¥‡à¤¦ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तà¥à¤²à¤¸à¥€ में तà¥à¤µà¤šà¤¾ समà¥à¤¬à¤‚धित अनेकों रोगों को नषà¥à¤Ÿ करने की सबसे गà¥à¤£à¤•à¤¾à¤°à¥€ और उतà¥à¤¤à¤® औषधी है। महरà¥à¤·à¤¿ चरक और सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ जी ने à¤à¥€ शà¥à¤µà¤¾à¤¸ रोग, पाशà¥à¤°à¥à¤µà¤¶à¥à¤², वातनाशक, कफनाशक अपचन, खांसी आदि अनेक रोगों में तà¥à¤²à¤¸à¥€ अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• लाà¤à¤¦à¤¾à¤¯à¤• है। साथ ही तà¥à¤²à¤¸à¥€ रोगपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¥‹à¤§à¤• कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ को बà¥à¤¨à¥‡ का सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® माधà¥à¤¯à¤® है। कोरोना के काल में तà¥à¤²à¤¸à¥€ कोरोना का महाकाल और महाऔषधि बनकर आयी थी। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¤µà¤¿à¤¦à¥à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ तà¥à¤²à¤¸à¥€ के पौधों को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• माना है। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को शà¥à¤¦à¥à¤§ करने वाला पौधा तà¥à¤²à¤¸à¥€ जिसमें मानव को सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ करने के चमतà¥à¤•à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤£ है आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ हो, होमियोपैथी हो, यà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥€ हो या घरेलॠनà¥à¤¸à¥à¤–े हो सà¤à¥€ ने तà¥à¤²à¤¸à¥€ को औषधिय गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ पाया है। परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ के संतà¥à¤²à¤¨ के लिये, आतà¥à¤®à¤¿à¤• विकास के लिये, शरीर के शोधन के लिये इमà¥à¤¯à¥‚निटी के संरà¥à¤µà¤¦à¥à¤§à¤¨ के लिये घर-घर में तà¥à¤²à¤¸à¥€ जी का रोपण करें।