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चमोली में क्लस्टर आधारित एप्रोच के साथ कृषि उत्पादन को बढाने पर जोर


जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को कृषि एवं उद्यान विभाग के अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति समीक्षा करते हुए विभागों को क्लस्टर आधारित एप्रोच के साथ कृषि उत्पादन को बढाने पर जोर दिया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 08 अगस्त,2022, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को कृषि एवं उद्यान विभाग के अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति समीक्षा करते हुए विभागों को क्लस्टर आधारित एप्रोच के साथ कृषि उत्पादन को बढाने पर जोर दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र की जलवायु एवं परिस्थतियों का आंकलन करते हुए प्रत्येक विकासखड में कम से कम एक क्लस्टर तैयार किया जाए और ग्राम्य विकास, कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य आदि रेखीय विभागों की योजनाओं को समायोजित करते हुए उस क्लस्टर को विकसित करें। यहां पर कृषि एवं औद्यानिकी से जुड़े किसानों को तकनीकि सहायता उपलब्ध कराते हुए कृषि उत्पादन को बढाया जाए। उत्पादन बढने पर ऐसे क्षेत्रों में ग्रोथ सेंटर स्थापित करें। ताकि किसानों एवं काश्तकारों को अच्छा लाभ मिले और उनकी आजीविका सर्वधन हो सके। उन्होंने निर्देशत किया कि सीडीओ की अध्यक्षता में कृषि से जुड़े सभी रेखीय विभागों की नियमित बैठक की जाए और विभागीय योजनाओं का समायोजन करते हुए ठोस प्लानिंग के साथ किसान हित में कार्य किए जाए। जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अन्तर्गत परम्परागत कृषि विकास, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई, पीएम फसल बीमा, राष्ट्रीय कृषि विकास, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, सतत् कृषि मिशन आदि केन्द्र एवं राज्य पोषित योजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के पास उत्पादन बढाने की पर्याप्त क्षमता है और उन्हें योजनाओं की सबसे ज्यादा आवश्यकता है, ऐसे किसानों को चिन्हित करते हुए सबसे पहले उन्हें योजनाओं का लाभ पहुॅचाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों के लिए मार्केटिंग की सुविधाएं विकसित करें। जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा के लिए घेरवाड कार्यो की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि जिन कृषि क्षेत्रों में चैनलिंक फैन्सिंग की गई है, वहां पर कितना उत्पादन बढा है और इससे किसानों को कितना लाभ हो रहा है। इसका आंकलन करें। के अन्तर्गत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भौगोलिक स्थिति के अनुरूप साग सब्जी, अदरक, लहसुन, प्याज, हल्दी, फल, फूल के उत्पादन क्षेत्र चिन्हित करते हुए क्लस्टर एप्रोच के साथ करें। कहा कि किसानों को आसानी से पौध और बीज उपलब्ध हो सके इसके लिए नर्सरी विकास की दिशा में भी योजनाबद्व तरीके से काम करना सुनिश्चित करें। बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह, डीडीओ सुमन राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी विजय प्रकाश मौर्य सहित सभी विकासखंडों से कृषि एवं उद्यान विभाग के सहायक अधिकारी उपस्थित थे।

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