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परमार्थ निकेतन में आयोजित फाउंडेशन योग कोर्स का समापन


परमार्थ निकेतन में आयोजित फाउंडेशन योग कोर्स का समापन हुआ। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि स्वस्थ जीवन की नींव है योग इसलिये योग करे, रोज करे और मौज करे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि जिस प्रकार हम एक सुरक्षित नींव के बिना अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष करते हैं, तब अक्सर हम अलग-अलग दिशाओं में खींचाव और अस्थिरता भी महसूस करते हैं, जीवन भी ऐसा ही है परन्तु योग जीवन को स्थिरता और स्वास्थ्य प्रदान करता है।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 6 सितम्बर। परमार्थ निकेतन में आयोजित फाउंडेशन योग कोर्स का समापन हुआ। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि स्वस्थ जीवन की नींव है योग इसलिये योग करे, रोज करे और मौज करे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि जिस प्रकार हम एक सुरक्षित नींव के बिना अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष करते हैं, तब अक्सर हम अलग-अलग दिशाओं में खींचाव और अस्थिरता भी महसूस करते हैं, जीवन भी ऐसा ही है परन्तु योग जीवन को स्थिरता और स्वास्थ्य प्रदान करता है। स्वामी जी ने कहा कि योग न केवल शरीर को सृदढ़ बनाता है बल्कि हमें मानसिक रूप से सबल भी बनाता है। योग असीम ऊर्जा और उत्साह का संचार कर कार्यक्षमता को बढ़ाता है, इस प्रकार योग हमारे संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण और विकास करता है। योग से मानसिक शांति के साथ शांतिपूर्ण वातावरण का भी निर्माण किया जा सकता है। हमारी बदलती जीवन शैली के लिए भी योग करना अनिवार्य है क्योंकि यह हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद करता है। योग के माध्यम से भारत में मेडिकल टूरिज्म को प्रमोट करने के साथ ही विभिन्न प्रकार के रोगों को भी कम किया जा सकता है। स्पेन से आये चार्लेन मैक्स ने कहा कि परमार्थ निकेतन में योग, गंगा आरती, यहां का वातावरण और ऊर्जा अद्भुत है जो मैने अपने परमार्थ प्रवास के दौरान अनुभव किया। परमार्थ निकेतन में प्रतिदिन होने वाला हवन, आरती और सत्संग अत्यंत ज्ञानवर्द्धक और आध्यात्मिकता से युक्त है। अपने कोर्स के माध्यम से मैने जाना की योग केवल आसनों का नाम नहीं है बल्कि कर्मयोग, भक्तियोग और ज्ञानयोग का एक पूरा पैकेज है। वास्तव में मैं इस दिव्यता युक्त वातावरण से जाना नहीं चाहता।

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