राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ वन शहीद दिवस मनाया जाता है, यह दिन देशà¤à¤° में वनों की रकà¥à¤·à¤¾ हेतॠतैनात उन सà¤à¥€ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ देने के लिठमनाया जाता है। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने वनों और वनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ हेतॠअपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की आहà¥à¤¤à¤¿ देने वाले वन शहदों को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¤‚लि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की और आज की गंगा आरती उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 11 सितमà¥à¤¬à¤° को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ वन शहीद दिवस मनाया जाता है, यह दिन देशà¤à¤° में वनों की रकà¥à¤·à¤¾ हेतॠतैनात उन सà¤à¥€ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ देने के लिठमनाया जाता है। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने वनों और वनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ हेतॠअपने पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ की आहà¥à¤¤à¤¿ देने वाले वन शहदों को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¤‚लि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की और आज की गंगा आरती उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि वनों की रकà¥à¤·à¤¾ करने वाले पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के साथ निकटतम और महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ संबंध रखते हैं। वनों की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, सामाजिक पà¥à¤°à¤¥à¤¾à¤“ं और रीति-रिवाजों को आज à¤à¥€ जनजातीय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में जीवंत बनाये रखा है ताकि परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ जागरूकता बà¥à¤¾à¤¯à¥€ जायें वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ और à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ इन जीवनदायिनी परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं को जीवंत और जागà¥à¤°à¤¤ बनाये रखना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि हमारे परà¥à¤µ और तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के अवसर पर पेड़-पौधों, पà¥à¤·à¥à¤ªà¥‹à¤‚ और पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के महतà¥à¤¤à¥à¤µ का विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखा जाता है। हम पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤µà¤¾à¤¯à¥ आॅकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨, औषधि, à¤à¥‹à¤œà¤¨, जल, पशà¥à¤“ं के लिये चारा à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ आवशà¥à¤¯à¤• वसà¥à¤¤à¥à¤“ं के लिये वनों पर निरà¥à¤à¤° रहते है, अतः हमें पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के साथ खिलवाड़ करना बंद करना होगा और सतत विकास को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ के लिये चिपको à¤à¤µà¤‚ à¤à¤ªà¥à¤ªà¤¿à¤•à¥‹ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ जैसी कई पहलों का नेतृतà¥à¤µ किया गया। उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के चमोली जिले की महिलाओं ने जंगलों को काटने से बचाने के लिये “जंगल हमारा मायका है हम इसे उजड़ने नहीं देंगे†जैसे आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ को जन आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ बनाया। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में हम सà¤à¥€ को मिलकर वनों की रकà¥à¤·à¤¾ और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के लिये आगे आना होगा। जिन इलाकों में अंधाधà¥à¤‚ध पेड़ काटे जा रहे हैं जिससे परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ असंतà¥à¤²à¤¨ और गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² वारà¥à¤®à¤¿à¤— बà¥à¤¤à¥€ जा रही है इसलिये न केवल पेड़-पौधों अपितॠपशà¥-पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¥€ संरकà¥à¤·à¤£ की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ जो पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल में à¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ उसे जीवंत बनाये रखना होगा।