तीन शहरो की लाई गई असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ 3000 हà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤“ की है । आज तक 54000असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की जा चà¥à¤•à¥€ है कोरोना काल मै 32000असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया 2बार हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° मै और à¤à¤• बार नासिक मै असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ की गई।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
हिंदी कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ संगम अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹ बीना बà¥à¤¦à¤•à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶ असà¥à¤¥à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¨ यातà¥à¤°à¤¾ 9सितंबर 2022 को मà¥à¤‚बई से यातà¥à¤°à¤¾ आरंठकी गई ।कशà¥à¤®à¥€à¤° ,मà¥à¤‚बई और अहमदाबाद सद विचार परिवार पी के लहरी के सानिधà¥à¤¯ मै जो बरसों से इस पवितà¥à¤° कारà¥à¤¯ को कर है सद विचार परिवार मै देश विदेश से à¤à¥€ असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ आती है इस बार à¤à¥€ वहा से असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लाई गई अहमदाबाद शमशान पर योगेंदà¥à¤° पंचाल पूरे वरà¥à¤· निषà¥à¤•à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤µ से सेवा करते है हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° मै धरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ महासंघ के पदाधिकारी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ ललिता मिशà¥à¤° रजनीकांत शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ ,सà¥à¤·à¤®à¤¾ मिशà¥à¤°à¤¾ ,काशीनाथ ,जानकीपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦, डा उपेंदà¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾,यशपाल विजन, पंडित चंदà¥à¤° पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾, मंजू शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾, पंकज मिशà¥à¤°à¤¾, मनोज गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ के सानिधà¥à¤¯ से सती घाट पर सà¤à¥€ पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ सनातन पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ से असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर दूध कला तिल आदि चढ़ाकर सà¤à¥€ कारà¥à¤¯ किठगठआज के मà¥à¤–à¥à¤¯ अथिति शà¥à¤°à¥€ वी शंकर चेनà¥à¤¨à¤ˆ से आठहै सारसà¥à¤µà¤¤ अथिति शà¥à¤°à¥€ कमलेशà¥à¤µà¤° मिशà¥à¤°à¤¾ और विशिषà¥à¤ अथिति पूजा माई महामंडलेशà¥à¤µà¤° है आचारà¥à¤¯ मदन और इंदà¥à¤° मोहन विशिषà¥à¤ अथिति के रूप मै आठसà¤à¥€ का आà¤à¤¾à¤° तीन शहरो की लाई गई असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ 3000 हà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤“ की है । आज तक 54000असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की जा चà¥à¤•à¥€ है कोरोना काल मै 32000असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विसरà¥à¤œà¤¨ किया गया 2बार हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° मै और à¤à¤• बार नासिक मै असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ की गई। सती घाट से सà¤à¥€ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• लोगो ने वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ में बताया । हिंदी कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ संगम का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है कि पितृ दोष और सरà¥à¤ª दोष के लिठहजारों रà¥à¤ªà¤ खरà¥à¤š करते है हम सà¤à¥€ को जीते जी निषà¥à¤•à¤¾à¤® सेवा करनी चाहिठअपने माता पिता की सेवा और किसी à¤à¥€ इंसान की सेवा निषà¥à¤•à¤¾à¤® होकर करे हम जो बोते है वही फल पाते है।आज लोग 1000रà¥à¤ªà¤ पीज़ा लेने मै खरà¥à¤š करते है पर दान करने मै 100रà¥à¤ªà¤ à¤à¥€ बड़ी मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² से देते है खैर मेरी सबसे यही पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ है कि निषà¥à¤•à¤¾à¤® सेवा करे।