उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के यशसà¥à¤µà¥€ और करà¥à¤®à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी को जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤µà¤¸ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कशà¥à¤®à¥€à¤° से लेकर कनà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ तक हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अपनी विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, विविधता और अदà¥à¤à¥à¤¤ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिये पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का रेगिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, सदानीरा नदियों, हरे-à¤à¤°à¥‡ वन, दà¥à¤µà¥€à¤ª, परà¥à¤µà¤¤, पठार व à¤à¤°à¤¨à¥‡ आदि अनेक पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विशिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ à¤à¤µà¤‚ विशेषतायें न केवल परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करती हैं बलà¥à¤•à¤¿ यह मन को शानà¥à¤¤à¤¿ देने वाली à¤à¥€ है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 16 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन में धूमधाम से मनाया माननीय मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी का जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤µà¤¸à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ और परमारà¥à¤¥ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ऋषिकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ ने विधिवत गंगा पूजन à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤—à¥à¤§à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• कर पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी जी के दीरà¥à¤˜à¤¾à¤¯à¥ और दिवà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने देवà¤à¥‚मि की गौरवमयी विरासत को जीवंत और जागà¥à¤°à¤¤ रखते हà¥à¤¯à¥‡ हिमालय और गंगा की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को साथ लेकर चलने वाले हिमालय पà¥à¤¤à¥à¤° उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के यशसà¥à¤µà¥€ और करà¥à¤®à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी को जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤µà¤¸ की शà¥à¤à¤•à¤¾à¤®à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कशà¥à¤®à¥€à¤° से लेकर कनà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ तक हर कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अपनी विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, विविधता और अदà¥à¤à¥à¤¤ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के लिये पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का रेगिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, सदानीरा नदियों, हरे-à¤à¤°à¥‡ वन, दà¥à¤µà¥€à¤ª, परà¥à¤µà¤¤, पठार व à¤à¤°à¤¨à¥‡ आदि अनेक पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विशिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ à¤à¤µà¤‚ विशेषतायें न केवल परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ को अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करती हैं बलà¥à¤•à¤¿ यह मन को शानà¥à¤¤à¤¿ देने वाली à¤à¥€ है। हमारे पास अनेक मनमोहक सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विविधता से यà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• विरासतें हैं परनà¥à¤¤à¥ हिमालय और गंगा अपने आप में दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और à¤à¤µà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है और इसे सहेज कर रखने तथा इसके संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के लिये उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार और à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड अपनी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विरासत और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के साथ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ और योग के रूप में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° ले रहा है। हमारे उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पास अनेक संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ और अवसर है हमें मिलकर उस ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में कहीं à¤à¥€ व किसी à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की नदी और परà¥à¤µà¤¤ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला ने जनमानस को अपनी ओर इतना आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ नहीं किया है जितना माठगंगा और हिमालय ने किया है। गंगा और हिमालय ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ को à¤à¤• उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ पहचान पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की और हमें आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• रूप से समृदà¥à¤§ किया है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के पास अपनी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समृदà¥à¤§à¤¿, à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• धरोहर, विविधता में à¤à¤•à¤¤à¤¾ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, दिवà¥à¤¯ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• परंपरायें और विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ है जो परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¥€à¤¯ शà¥à¤šà¤¿à¤¤à¤¾ बनाये रखने हेतॠमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान देती है इसके लिये सà¤à¥€ की à¤à¤¾à¤—ीदारी सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करनी होगी।