परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने बीसा नीमा महाजन समाज केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ समिति à¤à¤µà¤‚ बीसा नीमा à¤à¤¾à¤—वत जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¯à¤œà¥à¤ž समिति दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमारà¥à¤¥ गंगा तट पर आयोजित à¤à¤¾à¤—वत कथा के समापन अवसर पर सहà¤à¤¾à¤— कर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ जल संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश दिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश। 20 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने बीसा नीमा महाजन समाज केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ समिति à¤à¤µà¤‚ बीसा नीमा à¤à¤¾à¤—वत जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¯à¤œà¥à¤ž समिति दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परमारà¥à¤¥ गंगा तट पर आयोजित à¤à¤¾à¤—वत कथा के समापन अवसर पर सहà¤à¤¾à¤— कर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ जल संरकà¥à¤·à¤£ का संदेश दिया। à¤à¤¾à¤—वत कथा अमृतमहोतà¥à¤¸à¤µ में मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° सहित अनà¥à¤¯ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं ने सहà¤à¤¾à¤— कर परमारà¥à¤¥ निकेतन की आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गतिविधियों यथा सतà¥à¤¸à¤‚ग, हवन, योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ गंगा आरती का आननà¥à¤¦ लिया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤—वत कथा के शà¥à¤°à¤µà¤£ से परोपकार, सदà¥à¤—à¥à¤£ à¤à¤µà¤‚ मानवीय मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ जीवन जीने की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ जागà¥à¤°à¤¤ होती हंै। सतà¥à¤¸à¤‚ग से आतà¥à¤®à¤¿à¤• शानà¥à¤¤à¤¿ और विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ हो सकता हैैै। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में पूरे विशà¥à¤µ को शानà¥à¤¤à¤¿ की जरूरत है और शानà¥à¤¤à¤¿ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ केवल आंतरिक à¤à¤µà¤‚ बाहà¥à¤¯ संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾; हमारी सीमायें सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ हो यही तक सीमित नहीं हैं बलà¥à¤•à¤¿ सामाजिक सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾, जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मौलिक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो तथा सà¤à¥€ को गरिमामय जीवन जीने का अधिकार मिले यह à¤à¥€ शामिल हैं। शांति की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ केवल संवाद से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ नहीं हो सकती उसके लिये सतत, समावेशी और टिकाऊ विकास (ससà¥à¤Ÿà¥‡à¤¨à¥‡à¤¬à¤² डेवलपमेंट), वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, मानवीय गरिमा और मानवाधिकारों का कठोरता से पालन करते हà¥à¤¯à¥‡ सà¤à¥€ को मिलकर सकारातà¥à¤®à¤• दिशा में पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना होगा तà¤à¥€ शांति की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है। शांति बनाठरखने के लिठसà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¤£ और अपनी हर शà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना होगा जिससे à¤à¤• बेहतर गà¥à¤°à¤¹ और बेहतर à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की दिशा में बà¥à¤¾ जा सकता है, हमारे गà¥à¤°à¤‚थ हमें यही संदेश देते हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤—वत कथा हमें सà¤à¥€ मतà¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से ऊपर उठकर ही मानवता और शानà¥à¤¤à¤¿ के लिये कारà¥à¤¯ करने का संदेश देती है। à¤à¤• बात हमेशा याद रखे कि परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बदले या न बदले परनà¥à¤¤à¥ मनःसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बदलेगी तो शानà¥à¤¤à¤¿ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होगी यही संदेश à¤à¤¾à¤—वत कथा के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤—वत कथा मनà¥à¤·à¥à¤¯ को मोकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने वाली है। परमारà¥à¤¥ निकेतन गंगा तट वासà¥à¤¤à¤µ में धरती पर साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ सà¥à¤µà¤°à¥à¤— है, यहां पर आकर कथा शà¥à¤°à¤µà¤£ मातà¥à¤° से मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤—र से पार हो सकता है। बिना हरि कृपा के सतà¥à¤¸à¤‚ग संà¤à¤µ नहीं है परनà¥à¤¤à¥ परमारà¥à¤¥ निकेतन में तो हर कà¥à¤·à¤£ à¤à¤—वत कृपा पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह हम सà¤à¥€ के सतà¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥‹ का फल है कि हमें गंगा तट पर आकर à¤à¤¾à¤—वत कथा महापà¥à¤°à¤¾à¤£ का शà¥à¤°à¤µà¤£ करने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤