जिला आपदा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ करते हà¥à¤ बताया कि हिम-सà¥à¤–लन आंशिक था जिससे जानमाल की किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ नहीं हà¥à¤ˆ है और न ही मंदाकिनी à¤à¤µà¤‚ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नदी के जल सà¥à¤¤à¤° में किसी तरह की वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है। उकà¥à¤¤ घटना को देखते हà¥à¤ धाम में तैनात à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤«, à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤«, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ बल, डीडीआरà¤à¤« व यातà¥à¤°à¤¾ मैनेजमेंट फोरà¥à¤¸ को सतरà¥à¤•à¤¤à¤¾ बरतने के साथ ही निरंतर हिमालयी चोटियों व नदियों के जल सà¥à¤¤à¤° पर निगरानी रखने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिठगठहैं।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— 23 सितंबर, 2022, गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° 22 सितमà¥à¤¬à¤° को शà¥à¤°à¥€ केदारनाथ मंदिर परिसर से करीब 03 से 04 कि.मी. पीछे सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पहाड़ी पर आंशिक हिमसà¥à¤–लन से किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की जानमाल की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ नहीं हà¥à¤ˆ है। जिला आपदा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ करते हà¥à¤ बताया कि हिम-सà¥à¤–लन आंशिक था जिससे जानमाल की किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ नहीं हà¥à¤ˆ है और न ही मंदाकिनी à¤à¤µà¤‚ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नदी के जल सà¥à¤¤à¤° में किसी तरह की वृदà¥à¤§à¤¿ हà¥à¤ˆ है। उकà¥à¤¤ घटना को देखते हà¥à¤ धाम में तैनात à¤à¤¨à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤«, à¤à¤¸à¤¡à¥€à¤†à¤°à¤à¤«, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ बल, डीडीआरà¤à¤« व यातà¥à¤°à¤¾ मैनेजमेंट फोरà¥à¤¸ को सतरà¥à¤•à¤¤à¤¾ बरतने के साथ ही निरंतर हिमालयी चोटियों व नदियों के जल सà¥à¤¤à¤° पर निगरानी रखने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिठगठहैं। बताया कि सचिव आपदा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन को उकà¥à¤¤ हिम-सà¥à¤–लन के अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करने हेतॠशासन सà¥à¤¤à¤° से टीम गठन करने के लिठपतà¥à¤° लिखा गया है।