à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश के ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€ (करà¥à¤£, नासा à¤à¤µà¤‚ कंठ) शलà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¤šà¤¾à¤° विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान विशेषजà¥à¤ž चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ ने मूक बधिरों की जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं, कारण और उनके निराकरण के संबंध में विचार रखे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मूक à¤à¤µà¤‚ बधिर समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के बारे में लोगों को जागरूक करना तथा उनके अधिकारों के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठसहयोग देना था।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
“विशà¥à¤µ बधिरता दिवस†सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किठगà¤à¥¤ इस दौरान विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मूक बधिरों के कारण व लकà¥à¤·à¤£ सहित उनके समà¥à¤šà¤¿à¤¤ उपचार के लिठमूक बधिर रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ बेबसाईट à¤à¥€ लानà¥à¤š की गई। à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश के ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€ (करà¥à¤£, नासा à¤à¤µà¤‚ कंठ) शलà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¤šà¤¾à¤° विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान विशेषजà¥à¤ž चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ ने मूक बधिरों की जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं, कारण और उनके निराकरण के संबंध में विचार रखे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मूक à¤à¤µà¤‚ बधिर समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के बारे में लोगों को जागरूक करना तथा उनके अधिकारों के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठसहयोग देना था। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ करते हà¥à¤ à¤à¤®à¥à¤¸ ऋषिकेश की कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ निदेशक पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि मूक बधिर लोगों को इलाज से पहले à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• केयर की जरूरत होती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• चिकितà¥à¤¸à¤• को à¤à¤¸à¥‡ मरीजों के साथ मधà¥à¤° वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° अपनाना चाहिà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान मूक बधिर रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ (यूडीà¤à¤®à¤†à¤°) वेबसाइट का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ªà¤£ किया गया। संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ निदेशक डॉ.मीनू सिंह ने इस वेबसाइट को देश में अपनी तरह का पहला रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ का माधà¥à¤¯à¤® बताया और कहा कि यह रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ मूक बधिरता के कारणों, लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ को जानने और उनके उपचार के लिठविशेष लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ सिदà¥à¤§ होगी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में डॉ. à¤à¤®. के. तनेजा (à¤à¤¡à¤¿à¤Ÿà¤° इन चीफ ऑफ़ इंडियन जरà¥à¤¨à¤² ऑटोलॉजी à¤à¤‚ड à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ ऑफ़ ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी इन इंडिया के पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·) à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड काउनà¥à¤¸à¤¿à¤² ऑफ़ साइंस à¤à¤‚ड टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ के डॉ. आशà¥à¤¤à¥‹à¤· मिशà¥à¤°à¤¾ मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में शामिल थे। डीन à¤à¤•à¥‡à¤¡à¥‡à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¥‹. जया चतà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€ ने कहा कि ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€ विà¤à¤¾à¤— के विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डॉ. मनॠमलà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¾ के नेतृतà¥à¤µ में विà¤à¤¾à¤—ीय टीम दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ सिसà¥à¤Ÿà¤® की इस योजना से मूक बधिरों का डाटा à¤à¤•à¤¤à¥à¤° करने में विशेष मदद मिलेगी। चिकितà¥à¤¸à¤¾ अधीकà¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¥‹. संजीव कà¥à¤®à¤¾à¤° मितà¥à¤¤à¤² ने कहा कि विशà¥à¤µ बधिर संघ (डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚à¤à¤«à¤¡à¥€) ने वरà¥à¤· 1958 से विशà¥à¤µ बधिर दिवस की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की थी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि मूूक बधिरों के सामाजिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ राजनैतिक अधिकारों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोगों में जागरूकता उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करने के साथ-साथ समाज और देश में उनकी उपयोगिता के बारे में à¤à¥€ बताठजाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€ विà¤à¤¾à¤— के विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° मनॠमलà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¾ ने बेबसाइट के बारे में बताया कि वेबसाइट को à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ªà¤£ करने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि राजà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर इस वेबसाइट के अंतरà¥à¤—त उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के अनà¥à¤¯ मेडिकल कॉलेजों को à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ किया गया है। इस दौरान मेडिकल और नरà¥à¤¸à¤¿à¤‚ग कॉलेज के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जागरूक करने के लिठपोसà¥à¤Ÿà¤° à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤²à¥‹à¤—न पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता का à¤à¥€ आयोजन किया गया। विजेता पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों को ईà¤à¤¨à¤Ÿà¥€ विà¤à¤¾à¤— के सहायक आचारà¥à¤¯ डॉ. अमित कà¥à¤®à¤¾à¤° तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी à¤à¤µà¤‚ सह-आचारà¥à¤¯ डॉ. à¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚राम ने पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° वितरित किà¤à¥¤