शà¥à¤°à¥€ अखंड परशà¥à¤°à¤¾à¤® अखाड़े दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परशà¥à¤°à¤¾à¤® घाट पर आयोजित नौ दिवसीय शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ देवी à¤à¤¾à¤—वत कथा के चतà¥à¤°à¥à¤¥ दिवस पर कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤¾à¤—वताचारà¥à¤¯ पंडित पवन कृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को कथा शà¥à¤°à¤µà¤£ कराते हà¥à¤ कहा कि देवी à¤à¤—वती के शरीर से पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होकर चंड मà¥à¤¡ का संहार करने वाली दैवीय शकà¥à¤¤à¤¿ को मां à¤à¤—वती ने चामà¥à¤‚डा नाम दिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, । शà¥à¤°à¥€ अखंड परशà¥à¤°à¤¾à¤® अखाड़े दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ परशà¥à¤°à¤¾à¤® घाट पर आयोजित नौ दिवसीय शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ देवी à¤à¤¾à¤—वत कथा के चतà¥à¤°à¥à¤¥ दिवस पर कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤¾à¤—वताचारà¥à¤¯ पंडित पवन कृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को कथा शà¥à¤°à¤µà¤£ कराते हà¥à¤ कहा कि देवी à¤à¤—वती के शरीर से पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होकर चंड मà¥à¤¡ का संहार करने वाली दैवीय शकà¥à¤¤à¤¿ को मां à¤à¤—वती ने चामà¥à¤‚डा नाम दिया। चामà¥à¤‚डा देवी की पूजा करने वाले à¤à¤•à¥à¤¤ शतà¥à¤°à¥ à¤à¤¯ सहित हर à¤à¤¯ से सदैव मà¥à¤•à¥à¤¤ रहते हैं। à¤à¤¾à¤—वताचारà¥à¤¯ पंडित पवन कृषà¥à¤£ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि मां चामà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾ देवी की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ साधारण मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठसीख है कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ शकà¥à¤¤à¤¿ को कà¤à¥€ कमजोर समà¤à¤¨à¥‡ की à¤à¥‚ल न करें। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नारी में चामà¥à¤£à¥à¤¡à¤¾ का अंश है और समय आने पर वह अपना रूप पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ à¤à¥€ कर सकती है। सà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° करने वालों को à¤à¤• दिन दंड à¤à¥€ à¤à¥à¤—तना होगा। शà¥à¤°à¥€ अखंड परशà¥à¤°à¤¾à¤® अखाड़ा के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा बेटियां किसी à¤à¥€ तरह कमजोर नहीं है। बेटियां अनà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के साथ सेना में सेवा देते हà¥à¤ देश की रकà¥à¤·à¤¾ में à¤à¥€ योगदान कर रही हैं। पंडित अधीर कौशिक कहा कि शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ देवी à¤à¤¾à¤—वत कथा से सीख मिलती है कि बहू बेटी à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना चाहिà¤à¥¤ जहां सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ होता है। वहीं मां लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ का वास होता है। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथी निरà¥à¤®à¤² अखाड़े के कोठारी महंत जसविनà¥à¤¦à¤‚र सिंह, चतà¥à¤°à¥à¤¥ दिवस की कथा के मà¥à¤–à¥à¤¯ यजमान समाजसेवी डा.विशाल गरà¥à¤—, नरेश रानी गरà¥à¤—, शांति गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, यशपाल, रीता शरà¥à¤®à¤¾, रविकांत शरà¥à¤®à¤¾, शारदा, आशा चैहान ने गौरी गणेश नवगà¥à¤°à¤¹, चैंसठयोगिनी, कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤², सरà¥à¤µà¤¤à¥‹à¤à¤¦à¥à¤° मंडल, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥ देवी à¤à¤¾à¤—वत महापà¥à¤°à¤¾à¤£ à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ पीठका पूजन किया।