परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, शिकà¥à¤·à¤¾ और सहकारिता मंतà¥à¤°à¥€, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार, डॉ धन सिंह रावत ने महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी और पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी की जयंती के पावन अवसर पर à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
रिपोर्ट -
2 अकà¥à¤¤à¥‚बर, 2022, ऋषिकेश। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, शिकà¥à¤·à¤¾ और सहकारिता मंतà¥à¤°à¥€, उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड सरकार, डॉ धन सिंह रावत ने महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी और पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ लाल बहादà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी की जयंती के पावन अवसर पर à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी की 153 वीं जयंती के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन में सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ का आयोजन किया गया, जिसमें माननीय मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ धनसिंह रावत जी और विशà¥à¤µ के अनेक देशों से आये योग जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥à¤“ं और विशिषà¥à¤Ÿ अतिथियों ने सहà¤à¤¾à¤— किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी की जयंती को पूरा विशà¥à¤µ ‘विशà¥à¤µ अहिंसा दिवस’ के रूप मनाता है। गांधी जी ने जीवन à¤à¤° सतà¥à¤¯ और अहिंसा पर अदà¥à¤à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किये और à¤à¤¾à¤°à¤¤ ही नहीं संपूरà¥à¤£ विशà¥à¤µ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ किया। वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• अलà¥à¤¬à¤°à¥à¤Ÿ आइंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤¨ का कहना था कि आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को यह यकीन ही नहीं होगा कि à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥€ कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस धरती पर आया था। वासà¥à¤¤à¤µ में महातà¥à¤®à¤¾ गांधी केवल à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ सतà¥à¤¯ और अहिंसा की पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला थे, à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ उनमें समाहित था। वे कहते थे कि मेरा जीवन असà¥à¤ªà¥ƒà¤¶à¥à¤¯à¤¤à¤¾ उनà¥à¤®à¥‚लन के लिये उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है, जैसे अनà¥à¤¯ बहà¥à¤¤ सी बातों के लिये है। गांधी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° अहिंसा नैतिक जीवन जीने का मूलà¤à¥‚त तरीका है। यह सिरà¥à¤« à¤à¤• आदरà¥à¤¶ नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ यह मानव जाति का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• नियम à¤à¥€ है। हिंसा से किसी समसà¥à¤¯à¤¾ का तातà¥à¤•à¤¾à¤²à¤¿à¤• और à¤à¤•à¤ªà¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ समाधान हो सकता है किंतॠसà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ समाधान सिरà¥à¤« अहिंसा से ही संà¤à¤µ है।