शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े की पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ अपनी नगर à¤à¥à¤°à¤®à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंतरà¥à¤—त शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤° परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करते हà¥à¤ पहà¥à¤‚ची, जहां à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ तथा सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिकों ने पवितà¥à¤° छड़ी की पवितà¥à¤° छड़ी के दरà¥à¤¶à¤¨ किठतथा छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर संतों का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े की पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ अपनी नगर à¤à¥à¤°à¤®à¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंतरà¥à¤—त शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤° परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ करते हà¥à¤ पहà¥à¤‚ची, जहां à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ तथा सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ नागरिकों ने पवितà¥à¤° छड़ी की पवितà¥à¤° छड़ी के दरà¥à¤¶à¤¨ किठतथा छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर संतों का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया। इससे पहले आज पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ माया देवी मंदिर से अखाड़े के अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• à¤à¤µà¤‚ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ महंत हरी गिरी महाराज के नेतृतà¥à¤µ में सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेश पà¥à¤°à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शैलेंदà¥à¤° गिरी,अषà¥à¤Ÿ कौशल महंत सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ पवितà¥à¤° छड़ी लेकर रवाना हà¥à¤à¥¤ पवितà¥à¤° छड़ी बिरला घाट शà¥à¤°à¥€ दà¥à¤–हरण हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर, चंडी चौक होते हà¥à¤ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤° पहà¥à¤‚ची नगर à¤à¤µà¤¨ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ पवितà¥à¤° छड़ी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मछनà¥à¤¦à¤° पà¥à¤°à¥€ के आशà¥à¤°à¤® बालाजी धाम पहà¥à¤‚ची, जहां महंत पवन पà¥à¤°à¥€ ,महंत कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥€,महंत बलदेव पà¥à¤°à¥€ ने छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की तथा साधà¥à¤“ं के जतà¥à¤¥à¥‡ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया । इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने बताया कि पवितà¥à¤° छड़ी 8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को हर की पैड़ी पर गंगा पूजन तथा मां गंगा के अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ 9 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर को उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के चारों धाम à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पौराणिक तीरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ की यातà¥à¤°à¤¾ के लिठरवाना होगी। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पà¥à¤·à¥à¤•à¤° सिंह धामी शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ में पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड तथा राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की समृदà¥à¤§à¤¿ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ और विकास की कामना के साथ यातà¥à¤°à¤¾ के लिठरवाना करेंगे।छड़ी यातà¥à¤°à¤¾Â का समापन 1 नवंबर को होगा ।पवितà¥à¤° छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ में कोठारी महाकाल गिरी,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मनोज गिरी,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤¨à¥à¤¤ पूरà¥à¤£à¤¾à¤—िरि,महंत धीरेंदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€, महंत रतन गिरी ,शà¥à¤°à¥€ महंत पशà¥à¤ªà¤¤à¤¿ गिरी ,महंत हीरा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, महंत à¤à¥€à¤·à¥à¤® गिरि ,महंत राजेंदà¥à¤° गिरि ,महंत परमानंद गिरी ,महंत वशिषà¥à¤ गिरी आदि शामिल थे।