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संतों का जीवन सदैव परोपकार के लिए समर्पित रहता है-स्वामी महादेव महाराज


जय मां मिशन के संस्थापक तथा भारत साधु समाज के पंजाब व जम्मू प्रांत के अध्यक्ष म.म.स्वामी महादेव महाराज ने कहा है कि संतों का जीवन सदैव परोपकार के लिए समर्पित रहता है। जो व्यक्ति को ज्ञान की प्ररेणा देकर उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं और सदैव समाज का मार्गदर्शन कर एकता के सूत्र में बांधते हैं। श्री साधु गरीबदासी धर्मशालाा सेवाश्रम ट्रस्ट में गरीबदास अमृतवाणी पाठ प्रकाश के उपरान्त उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महापुरूषों ने समाज को सदैव नई दिशा प्रदान की हे और ब्रह्मलीन स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज साक्षात त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, 13 अगस्त। जय मां मिशन के संस्थापक तथा भारत साधु समाज के पंजाब व जम्मू प्रांत के अध्यक्ष म.म.स्वामी महादेव महाराज ने कहा है कि संतों का जीवन सदैव परोपकार के लिए समर्पित रहता है। जो व्यक्ति को ज्ञान की प्ररेणा देकर उसके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं और सदैव समाज का मार्गदर्शन कर एकता के सूत्र में बांधते हैं। श्री साधु गरीबदासी धर्मशालाा सेवाश्रम ट्रस्ट में गरीबदास अमृतवाणी पाठ प्रकाश के उपरान्त उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महापुरूषों ने समाज को सदैव नई दिशा प्रदान की हे और ब्रह्मलीन स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज साक्षात त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। जिन्होंने सम्पूर्ण जीवन सादगीपूर्ण व्यतीत कर मानव सेवा को समर्पित किया। चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा कि महापुरूष केवल शरीर त्यागते हैं। समाज कल्याण के लिए उनकी आत्मा व्यवहारिक रूप से सदैव उपस्थित रहती है। ब्रह्मलीन स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज संत समाज के प्ररेणास्रोत थे। जिन्होंने अपने तप व विद्वता के माध्यम से भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म की पताका को सम्पूर्ण विश्व में फहराया। बाबा हठयोगी महाराज ने कहा कि स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज ने सदैव गरीब, असहाय लोगों की सहायता कर राष्ट्रकल्याण में अपना अहम योगदान प्रदान किया। हमें आशा है कि उनके सुयोग्य शिष्य स्वामी हरिहरानंद, स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज उनके पदचिन्हों पर चलकर उनके अधूरे कार्यो को पूर्ण करेंगे व गंगा तट से उन्होंने सेवा प्रकल्प प्रारम्भ किए थे। उनमें निरंतर बढ़ोतरी कर संत समाज की सेवा करेंगे। स्वामी हरिहरानन्द व स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त किया। स्वामी दिनेश दास महाराज व समाजसेवी संजय वर्मा ने बताया कि ब्रह्मलीन डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री की स्मृति में तीन दिवसीय कार्यक्रमों की श्रंखला में आगामी शुक्रवार को देश के सभी संत महापुरूषों के सानिध्य में पूज्य गुरूदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी एवं गुरूदेव के व्यक्तित्व और कृतित्व तथा उनके ज्ञान के माध्यम से समाज को प्रेरित कर समाज का मार्गदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर स्वामी परमात्मदेव, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी सूर्यदेव, स्वामी चिदविलासानंद, स्वामी कृष्णानंद, स्वामी कृष्णदास, स्वामी माधवानंद, महंत श्यामप्रकाश, कोठारी महंत जसविन्द्र सिंह, पद्म प्रसाद सुवेदी आदि सहित कई संत महंतों ने ब्रह्मलीन डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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