तीर्थ नगरी हरिद्वार मैं हर वर्ष अषाढ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है गुरु पूर्णिमा का त्योहार अपने ग्रुप के प्रति आस्था और प्रेम भाव प्रकट करने का महापर्व होता है इस अवसर पर तीर्थ नगरी हरिद्वार के हार्मिलाप भवन, निरंजनी अखाड़ा, मातृ सदन, जयराम आश्रम चेतन ज्योति आश्रम, थानाराम आश्रम, श्री माता वैष्णो देवी शक्ति भवन, सीताराम धाम, गीता कुटीर मैं बड़ी धूमधाम से मनाया गया|
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
तीर्थ नगरी हरिद्वार मैं हर वर्ष अषाढ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है गुरु पूर्णिमा का त्योहार अपने ग्रुप के प्रति आस्था और प्रेम भाव प्रकट करने का महापर्व होता है इस अवसर पर तीर्थ नगरी हरिद्वार के हार्मिलाप भवन, निरंजनी अखाड़ा, मातृ सदन, जयराम आश्रम, चेतन ज्योति आश्रम, थानाराम आश्रम, श्री माता वैष्णो देवी शक्ति भवन, सीताराम धाम, गीता कुटीर मैं बड़ी धूमधाम से मनाया गया शिव सर इस अवसर पर पधारे श्रद्धालुओं ने विधि विधान से अपने गुरु का पूजन किया एवं अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त किया और परिवार की सुख शांति समृद्धि के लिए की कामना की अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महर्षि वेदव्यास की जयंती पर ही गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि पर ही महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था महर्षि वेदव्यास ने वेदों और पुराणों समेत कई ग्रंथों की रचना की थी गुरु पूर्णिमा के खास मौके पर आप अपने प्रिय गुरुजनों की पूजा करते हुए उनका आभार व्यक्त करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हुए अपने गुरुओं को गुरु पूर्णिमा के खाद संदेशों को भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं|