जीवन की पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• अवसà¥à¤¥à¤¾ मे संतà¥à¤²à¤¨ रखा जाना नितानà¥à¤¤ आवशà¥à¤¯à¤• है। संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखने के लिठà¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ जरूरी है। जिसे वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° मे परिवरà¥à¤¤à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सकता है। गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ खेल विà¤à¤¾à¤— के असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डाॅ0 शिव कà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान का मानना है कि à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ से साथ किया गया कारà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के परिणाम को सारà¥à¤¥à¤• बनाता है और जब जीवन मे तय लकà¥à¤·à¥à¤¯ के अनà¥à¤°à¥‚प परिणाम पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो जाà¤à¤‚ फिर कà¥à¤› और पाना बाकी नही रह जाता है।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
जीवन की पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• अवसà¥à¤¥à¤¾ मे संतà¥à¤²à¤¨ रखा जाना नितानà¥à¤¤ आवशà¥à¤¯à¤• है। संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखने के लिठà¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ जरूरी है। जिसे वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° मे परिवरà¥à¤¤à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सकता है। गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ खेल विà¤à¤¾à¤— के असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डाॅ0 शिव कà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान का मानना है कि à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ से साथ किया गया कारà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के परिणाम को सारà¥à¤¥à¤• बनाता है और जब जीवन मे तय लकà¥à¤·à¥à¤¯ के अनà¥à¤°à¥‚प परिणाम पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो जाà¤à¤‚ फिर कà¥à¤› और पाना बाकी नही रह जाता है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ जीवन लकà¥à¤·à¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हो जाती है। डाॅ चैहान ने सोशल साइंस विषय पर दिलà¥à¤²à¥€ मे आयोजित विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के à¤à¤• संवाद कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® मे यह बात कही। इस परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ मे महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ काल मे अरà¥à¤œà¥à¤¨ का दà¥à¤°à¥Œà¤ªà¤¦à¥€ सà¥à¤µà¤¯à¤‚वर का पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग इस बात की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ सिदà¥à¤µ करता है कि किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° लकà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤¦à¤¨ के लिठअरà¥à¤œà¥à¤¨ ने मछली की आंख को लकà¥à¤·à¥à¤¯ मानकर à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤° चित होकर à¤à¥‡à¤¦à¤¨ किया और लकà¥à¤·à¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ संà¤à¤µ हो सकी। यदि महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ काल के आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤¦à¥à¤µà¤¨à¥à¤¦ की बात को छोडकर पूरा पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग देखा जाये तो यहां अरà¥à¤œà¥à¤¨ धरà¥à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ का कà¥à¤¶à¤² खिलाडी है जो à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ की सिदà¥à¤µà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ धरà¥à¤¨à¥à¤§à¤° का खिताब हासिल करता है। जो à¤à¤• कà¥à¤¶à¤² धरà¥à¤¨à¥à¤§à¤° बनने वाले किसी à¤à¥€ खिलाडी का लकà¥à¤·à¥à¤¯ होता है। सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन मे विकास अवसà¥à¤¥à¤¾ के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• सोपान पर अलग अलग लकà¥à¤·à¥à¤¯ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ होते रहते है। जैसे बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤°à¥à¤¯ आशà¥à¤°à¤® मे शिकà¥à¤·à¤¾ तथा धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿à¥¤ गà¥à¤°à¤¹à¤¸à¥à¤¤ आशà¥à¤°à¤® मे वैवाहिक à¤à¤µà¤‚ सामाजिक उददेशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿à¥¤ वानपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥ आशà¥à¤°à¤® मे आतà¥à¤®à¤¿à¤• उददेशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ तथा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ आशà¥à¤°à¤® मे परलोक उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿à¥¤ लकà¥à¤·à¥à¤¯ के इन सà¤à¥€ सोपान मे संतà¥à¤²à¤¨ की सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ रहती है। जिसके माधà¥à¤¯à¤® से लकà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤¦à¤¨ संà¤à¤µ है। à¤à¤• खिलाडी जब अपने लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठआगे बढता है तब उसके पास साधन के रूप मे à¤à¤• मातà¥à¤° यह शरीर होता है। जिसके लिठपà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थ à¤à¥€ कहते है- शरीरमाधà¥à¤¯à¤® खलà¥à¤§à¤°à¥à¤® साधनमà¥à¥¤ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ इस शरीर के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ संà¤à¤µ है। शरीर को लकà¥à¤·à¥à¤¯ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° तैयार करने के लिठखिलाडी परिशà¥à¤°à¤® (अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸) करता है। और शरीर को निपà¥à¤£ à¤à¤µà¤‚ कारà¥à¤¯-कà¥à¤¶à¤² बनाते हà¥à¤ उसे शकà¥à¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤¨, ऊरà¥à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ सामथà¥à¤°à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¨ बनाता है। जो à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ के परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ बनकर लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ कराते है। à¤à¤• सामानà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ मे लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ मे सहायक संतà¥à¤²à¤¨ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤•à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¤à¤¾ जैसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ घटकों को खिलाडी जलà¥à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर लेता है। इसलिठखिलाडी को आज के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• समाज मे à¤à¥€ संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® उदाहरण माना जाता है।