परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी और जीवा की अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासचिव साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤¤à¤¾ उतà¥à¤¸à¤µ मेें मनाये जल दिवस वेबनार में सहà¤à¤¾à¤— कर जल संकट और संरकà¥à¤·à¤£ पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किये। विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹, वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤¤à¤¾ का 8 दिवसीय उतà¥à¤¸à¤µ है जो कि संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की 75 वीं वरà¥à¤·à¤—ांठके अवसर पर मनाया जा रहा है।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
24 जून, ऋषिकेश। परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी और जीवा की अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासचिव साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ के वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤¤à¤¾ उतà¥à¤¸à¤µ मेें मनाये जल दिवस वेबनार में सहà¤à¤¾à¤— कर जल संकट और संरकà¥à¤·à¤£ पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ विचार वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किये। विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹, वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤¤à¤¾ का 8 दिवसीय उतà¥à¤¸à¤µ है जो कि संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की 75 वीं वरà¥à¤·à¤—ांठके अवसर पर मनाया जा रहा है। इसमें जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ के लिये सामूहिक कारवाई, शानà¥à¤¤à¤¿ के लिये साà¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€, पारसà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• सदà¥à¤à¤¾à¤µ, टिकाऊ और सतत विकास, वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° और अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° की à¤à¥‚मिका, मानव अधिकार, निरसà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ जैसे कई विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ की जा रही है। जल, विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ का à¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– विषय है। विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ जल दिवस आज 24 जून को मनाया गया जो कि जल और जल से संबंधित मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है। दो हाइडà¥à¤°à¥‹à¤œà¤¨ परमाणॠऔर à¤à¤• ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ परमाणॠसे मिलकर बना अणॠà¤à¤š2ओ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पानी या जल समसà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ सà¤à¥€ के जीवन का आधार है। जल के पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण के कारण आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के हालात बहà¥à¤¤ à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ हो रहे हैं, दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के कई शहरों में डे-जीरो लागू किया जाने लगा है। पानी के लिये हाहाकार मचा हà¥à¤† है। जल वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• तो यह अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¥€ लगा रहें है कि आने वाले समय में जल संकट à¤à¤• विकराल समसà¥à¤¯à¤¾ का रूप धारण कर लेगा। वरà¥à¤· 2030 तक पृथà¥à¤µà¥€ की आधी से अधिक आबादी को पीने के लिये पानी मिलना à¤à¥€ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जाà¤à¤—ा। à¤à¤¸à¥‡ में अनेक पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ उठते हैं कि आखिर कहाठगया पानी,. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लोग यह मेरा पानी और यह तेरा पानी कर रहे हैं आखिर किसका पानी, कितना पानी? कà¥à¤¯à¤¾ सचमà¥à¤š अगर तीसरा विशà¥à¤µ-यà¥à¤¦à¥à¤§ हà¥à¤† तो कà¥à¤¯à¤¾ वह पानी के लिये ही होगा या जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ पर अधिकार और अधिगà¥à¤°à¤¹à¤£ को लेकर लड़ा जाà¤à¤—ा। 28 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 2010 को संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° ने पानी को ‘मानवाधिकार‘ घोषित किया था, लेकिन अब à¤à¥€ सà¥à¤µà¤šà¥à¤› पेयजल के अà¤à¤¾à¤µ के कारण पूरे विशà¥à¤µ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ 2300 लोग मौत की नींद सो जाते हैं। यह है हमारी पानी यातà¥à¤°à¤¾à¥¤ जल संकट किसी à¤à¤• राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की नहीं बलà¥à¤•à¤¿ वैशà¥à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ है। डबà¥à¤²à¥à¤¯à¥‚ à¤à¤š ओ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, विशà¥à¤µ à¤à¤° में होने वाली बीमारियों में 86 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से अधिक बीमारियों का कारण दूषित पेयजल है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि ’’जल की समसà¥à¤¯à¤¾ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥€ अछूता नहीं है, à¤à¤¾à¤°à¤¤ की बà¥à¤¤à¥€ जनसंखà¥à¤¯à¤¾ और जल की बà¥à¤¤à¥€ मांग के कारण जल का संकट à¤à¤• विकराल समसà¥à¤¯à¤¾ का रूप ले रहा है, इस पर अà¤à¥€ से घà¥à¤¯à¤¾à¤¨ न दिया गया तो यह समसà¥à¤¯à¤¾ विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿà¤• हो सकती है जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¥‚गरà¥à¤à¥€à¤¯ जल का अंधाधà¥à¤‚ध दोहन हो रहा है, उससे तो जल समसà¥à¤¯à¤¾ और à¤à¥€ à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ हो सकती है। अगर कà¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से पानी खतà¥à¤® हो गया तो कà¥à¤¯à¤¾ होगा? à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में पानी की कमी का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ संघरà¥à¤· का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ à¤à¥€ बन सकता है इसलिये इस परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से बचने के लिये आवशà¥à¤¯à¤• है कि जल संरकà¥à¤·à¤£ को हमारी पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं में शामिल किया जाये। जल, जीवन ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤•à¥€ तथा धरती पर जीवन के लिये अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है ताकि जल संसाधनों का पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन, उनका आवंटन और मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ तरीके से किया जा सके। 21वीं सदी जल संघरà¥à¤· की नहीं बलà¥à¤•à¤¿ जल संरकà¥à¤·à¤£ की हो।’’ विशà¥à¤µ à¤à¤•à¤¤à¤¾ जल दिवस के अवसर आयोजित वेबनार में परमारà¥à¤¥ निकेेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•, गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² इंटरफेथ वाश à¤à¤²à¤¾à¤¯à¤‚स सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, डाॅ दीपक चोपड़ा पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ डाकà¥à¤Ÿà¤°, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ के लेखक, मैरियन विलियमसन, अमेरिकी लेखक, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• नेता, राजनीतिजà¥à¤ž और कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾, सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ आॅडी किटागावा, विशà¥à¤µ धरà¥à¤® संसद के नà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ बोरà¥à¤¡ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासचिव डाॅ साधà¥à¤µà¥€ à¤à¤—वती सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, चीफ़ फ़िल लेन जूनियर, रेवरेंड माइकल बरà¥à¤¨à¤¾à¤°à¥à¤¡ बेकविथ, अगापे इंटरनेशनल सà¥à¤ªà¤¿à¤°à¤¿à¤šà¥à¤…ल सेंटर के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤•, जीन हà¥à¤¯à¥‚सà¥à¤Ÿà¤¨ à¤à¤• अमेरिकी लेखिका, लाइला जून जाॅनà¥à¤¸à¤Ÿà¤¨, गायक व गीतकार राॅकी डावà¥à¤¨à¥€, à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ शीये बसà¥à¤¤à¤¿à¤¡à¤¾, और अनà¥à¤¯ विशà¥à¤µ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने सहà¤à¤¾à¤— किया।