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रुद्रप्रयाग ई0संवाद कार्यक्रम के तहत गांवों से पहुंचे जन प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी रूबरू हुई।


मुख्यमंत्री के पंचायत प्रतिनिधियों से ई0 संवाद कार्यक्रम के तहत विभिन्न गांवों से पहुंचे जन प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी रूबरू हुई। इस दौरान उन्होंने प्रतिनिधियों से प्रवासियों के विषय में भी जानकारी ली। साथ ही उन्हंे स्वरोजगार हेतु आयोजित कार्यशालाओं का लाभ लेने की अपील की।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 13 जुलाई 2020 मुख्यमंत्री के पंचायत प्रतिनिधियों से ई0 संवाद कार्यक्रम के तहत विभिन्न गांवों से पहुंचे जन प्रतिनिधियों से जिलाधिकारी रूबरू हुई। इस दौरान उन्होंने प्रतिनिधियों से प्रवासियों के विषय में भी जानकारी ली। साथ ही उन्हंे स्वरोजगार हेतु आयोजित कार्यशालाओं का लाभ लेने की अपील की। राजकीय इंटरमीडिएट काॅलेज रुद्रप्रयाग के सभागार में पूर्व निर्धारित समय के तहत 10 बजे पहुंची जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मुख्यमंत्री के ई0 संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत, स्वरोजगार हेतु मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाओं तथा ग्रीन हिमालय योजना के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद जिलाधिकारी नेे विभिन्न गांवों से कार्यक्रम में पहुंचे प्रधान व प्रतिनिधियों से समस्याओं के बारे में जानकारी ली। ग्राम प्रधान बरसू की प्रधान कु. हिमानी, पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह बिष्ट और गांव की महिला मंगल दल की अध्यक्ष द्वारा अवगत कराया गया कि इस गांव का एक वार्ड मेंबर जो कि उप प्रधान भी है सहयोग देने के बजाए विकास कार्यों में बाधा पहुंचाता है साथ ही डराने धमकाने का भी कार्य करता है। इस पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को गांव में जाकर वस्तुस्थिति के आदेश दिए। पीड़ा के प्रधान अर्जुन नेगी ने गांव में सिंचाई के लिए पानी, विद्युत विभाग द्वारा किए गए धीमी गति के कार्य तथा विद्यालय में तैनात अध्यापक दिनेश कुमार सैनी की मानसिक स्थिति ठीक न होने से उनके तबादले की समस्या रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों से आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। प्रधान ग्वाड़ थापली द्वारा गांव में 11 वर्ष पूर्व बने स्वास्थ्य केंद्र के अभी तक विभाग को हस्तांतरण न होने तथा चिनग्वाड़ प्रधान ने सिंचित खेतों में घेरबाड़ की समस्या पर जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकतकर गांवों में पानी की समस्या पर चैका सिस्टम और वर्षा जल संरक्षण को इसका बेहतर विकल्प बताया। जिलाधिकारी ने जनपद लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़े जाने को लेकर प्रतिनिधयों से सहयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्य विकास अधिकारीे के स्तर से न्याय पंचायत वार कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। उन्हांेने कहा कि जो प्रवासी स्वयं का रोजगार करना चाहते हैं उनकी सूची तैयार की जाए ताकि उनको उनके पसंदीदा क्षेत्र में रोजगार से जोड़ा जा सके। कोरोना काल में प्रतिनिधियों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव में मास्क न पहनने और सामाजिक दूरी का पालन न करने पर ग्राम निगरानी समिति को चालान करने का अधिकार दिया गया है। इस दौरान उप जिलाधिकारी बृजेश तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य शिक्षा अधिकारी सी.एन. काला, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एल.एस. दानू, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक विद्याशंकर चतुर्वेदी, नायब तहसीलदार मौ0 शद्दाब, सहायक पंचायत राज अधिकारी बी.पी.एस. रावत आदि उपस्थित थे।

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