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आनन्दम पाठयक्रम मील का पत्थर साबित होगा।


राजकीय इंटर कॉलेज गढी श्यामपुर ऋषिकेश में एस सी आर टी द्वारा आयोजित आनंदम पाठ्यचर्या का दो दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण के दुसरे दिन संदर्भ दाता सहित डोईवाला क्लॉक के 13 प्रधानाचार्य व शिक्षकों ने प्रतिभाग किया ।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

राजकीय इंटर कॉलेज गढी श्यामपुर ऋषिकेश में एस सी आर टी द्वारा आयोजित आनंदम पाठ्यचर्या का दो दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण के दुसरे दिन संदर्भ दाता सहित डोईवाला क्लॉक के 13 प्रधानाचार्य व शिक्षकों ने प्रतिभाग किया । यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के हैप्पीनैस प्रोग्राम की तर्ज पर राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के लिए चलाया जाना है। जिसमें बच्चों को पढ़ने के साथ तनाव मुक्ति शिक्षा देने पर जोर दिया जाना है। इससे बच्चों की एकाग्रता बढ़ेगी व तनाव भी कम होगा। यह आवश्यक है कि बच्चों को तनाव मुक्त शिक्षा देने के लिए पहले शिक्षकों को भी तनाव मुक्त रहना होगा । दो दिन तक चले इस प्रशिक्षण में वर्तमान परिपेक्ष्य में शिक्षा की चुनौतियों की चर्चा करते हुए छात्र छात्राओ को अध्ययन में सुगमता के लिए तनाव प्रबन्धन और पाठ्यक्रम में आनन्दम की संकल्पना विस्तार पूर्वक सन्दर्भदाताओं द्वारा समझाया गया। इसके मनोवैज्ञानिक और दार्शनिक पक्षों को रेखांकित किया गया ।आनन्दम पाठ्यक्रम के चार महत्वपूर्ण भाग माइंडफुलनेस, स्टोरी, एक्टिविटी और एक्स्प्रेशन को बताया। माइंडफुलनेस को विस्तारित करते हुए माइंडफुल ब्रीदिंग, कॉन्टेक्स्ट सेटिंग, माइंडफुल राइटिंग, रिफ्लेक्शन और माइंडफुल सिंथेसिस प्रत्ययों को लेकर परिचर्चा की गई। प्रशिक्षण में छात्र-छात्राओं को अपनी समस्याओं को कहानी विधा के माध्यम से प्रकट करने की बात की गई। एक्टिविटी के माध्यम से विद्यार्थियों की गलत आदतों को सुधारने की प्रक्रिया पर परिचर्चा की और इस प्रक्रिया में शिक्षक की भूमिका को बताया गया । अभिव्यक्ति को समझाते हुए सम्पूर्ण आनंदम पाठ्यचर्या में महत्वपूर्ण बताया। प्रशिक्षण के समापन सत्र में प्रधानाचार्य वीरेन्द्र सिंह यादव ने प्रशिक्षणार्थीयो को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र छात्राओ की समस्याओ के समाधान और विद्यालयों का आनन्दमय वातावरण तैयार करने में आनन्दम पाठ्यचर्या सफल होगी। इस अवसर पर नोडल आफीसर डॉ अजय शेखर बहुगुणा प्रधानाचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी राजकीय इंटर कालेज हरिपुरकला ने कहा कि दो तरह के शिक्षक होते हैं: वो जो छात्र को इतना भयभीत कर देते हैं कि छात्र हिल ना सकें, और दुसरे वो जो पीछे से छात्र को थोडा सा थपथपा देते हैं और वे आसमान छू लेते हैं ।आनन्दम दुसरे प्रकार के शिक्षक तैयार कर छात्रो को आसमांन छूने का हौसला देने की विधा है। स्वयं तनावमुक्त रहकर आप छात्रो को आनंदित कर सकेगे ताकि उनहे अपनी पढाई को बोझ न लगे । सचिन कुमार त्यागी प्रशिक्षणार्थी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आनन्दम पाठ्यक्रम शिक्षा जगत में मील का पत्थर साबित होगा। प्रशिक्षण में सन्दर्भदाता मोनिका शर्मा,सचिन कुमार त्यागी,सुशील कुमार काला ,सुधा रानी,प्रेमलता भट्ट,मनीषा रोहिला,वन्दना शर्मा,वन्दना गैरोला,गीता नेगी,मंजू बिष्ट,मीरा असवाल,कुसुमलता रयाल और रैनू बौराई ने प्रशिछण प्राप्त किया आनन्दम शिक्षक प्रशिक्षण के नोडल आफिसर डॉ अजय शेखर बहुगुणा प्रधानाचार्य,स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी राजकीय इंटर कालेज हरिपुरकला ने बताया कि आनन्दम् पाठ्यचर्या प्रशिक्षण के चार आयाम हैं जिसमें - ध्यान देने की प्रक्रिया, कहानी, गतिविधि व अभिव्यक्ति सम्मिलित है। यह पाठयक्रम मूल्यपरक शिक्षा पर आधारित है । डॉ बहुगुणा ने बताया कि आनंदम के तहत स्कूलों में प्रार्थना के बाद बच्चों को आनन्दम के अंतर्गत ज्ञानवर्धक जानकारी दी जाएं। उन्हें प्रेरक कहानियां सुनाई जाए। विभिन्न ऐसी गतिविधियां आयोजित की जाए जिससे छात्रों का मानसिक व बौद्धिक विकास हो। बच्चे आनंदित होकर शिक्षा प्राप्त कर सके। प्रशिक्षण में सन्दर्भदाता मोनिका शर्मा,सचिन कुमार त्यागी,सुशील कुमार काला ,सुधा रानी,प्रेमलता भट्ट,मनीषा रोहिला,वन्दना शर्मा,वन्दना गैरोला,गीता नेगी,मंजू बिष्ट,मीरा असवाल,कुसुमलता रयाल और रैनू बौराई ने प्रशिछण प्राप्त किया आनंदम पाठ्यचर्या प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में ध्यान देने की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकरी दी गई । इस प्रशिक्षण में विभागीय निर्देशों का पालन करते हुये कोविड़-19 संक्रमण का ध्यान रखकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शिक्षको द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया ।

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