परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और कानून व न्याय मंत्री, भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल की नई दिल्ली में उनके आवास पर शिष्टाचार भेंटवार्ता हुई। स्वामी ने उन्हें भारत के कानून व न्याय मंत्री का पदभार ग्रहण करने पर अपनी मंगलकामनायें भेंट की।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
नई दिल्ली, 28 अगस्त 2024। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और कानून व न्याय मंत्री, भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल की नई दिल्ली में उनके आवास पर शिष्टाचार भेंटवार्ता हुई। स्वामीने उन्हें भारत के कानून व न्याय मंत्री का पदभार ग्रहण करने पर अपनी मंगलकामनायें भेंट की। माननीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल जी और उनकी धर्मपत्नी पाना देवी ने स्वामी जी का अभिनन्दन करते हुये अपने हाथों से बनाया ’श्रीराम’ की अद्भुत कृति एवं अंगवस्त्र भेंट किया। श्रीमती पाना देवी ने बताया कि वे अपने गावों की संस्कृति को जीवंत व जागृत बनाये रखने के लिये अपने हाथों से बनायी श्रीराम की अद्भुत कृति अतिथियों को भेंट करती हैं। स्वामी जी ने कहा कि यही तो वास्तव मे लोकल के लिये ओकल होना है। अपनी संस्कृति व संस्कारों को जीवंत बनाये रखना आज की सबसे बड़ी जरूरत भी है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने इस दौरान बंगाल में डॉक्टर बेटी के साथ हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने होंगे क्योंकि हमारी बेटियाँ अपने वर्किंग स्थलों पर भी सुरक्षित नहीं हैं। वर्किंग स्थल हो या वाकिंग स्थल हो सभी स्थानों पर वें सुरक्षित रह सकें और हर जगह सुरक्षा का अनुभव कर सके। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि सूचनाओं के अनुसार जानकारी मिली कि डाक्टर बेटी 36 घंटे से लगातार अपनी सेवायें प्रदान कर रही थी। वास्तव में 36 घंटे लगातार काम करना काम नहीं बल्कि जिम्मेदारी है और जिम्मेदारी में भी कितनी बड़ी जवाबदेही है कि बिना थके काम करते रहना। वह बेटी अपनी जिम्मेदारी निभा रही थी और उसके साथ इतना अमानवीय कृत्य होना, यह सोच कर ही आत्मा हिला जाती है।