शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद टिहरी क्षेत्रांतर्गत कांगुड़ा नागराज मंदिर परिसर पहुंचकर श्री कांगुड़ा नागराज मंदिर पुनर्स्थापना जागरण समारोह में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा कर भगवान कांगुड़ा नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर भगवान का आशीर्वाद लिया और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
टिहरी 30 अगस्त, 2024 शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद टिहरी क्षेत्रांतर्गत कांगुड़ा नागराज मंदिर परिसर पहुंचकर श्री कांगुड़ा नागराज मंदिर पुनर्स्थापना जागरण समारोह में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा कर भगवान कांगुड़ा नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर भगवान का आशीर्वाद लिया और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में एक पैड मां के नाम से पौधारोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित मंदिर में भगवान कांगुड़ा नागराज के प्राण प्रतिष्ठा की बधाई देते हुए समस्त प्रदेशवासियों की मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। उन्होंने कहा कि इस पूज्य धरती पर दूसरी बार आने का उन्हें सौभाग्य मिला है। कांगुड़ा को पर्यटन एवं धार्मिक रूप में विकसित करने हेतु की गई घोषणा जल्द ही पूरी होगी। इस हेतु जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराएगी लगभग 2 करोड़ की डीपीआर को जल्द स्वीकृति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र का विकास मास्टर प्लान बनाकर किया जाएगा। मंदिर परिसर में आधुनिक गेस्ट हाउस, 30 हजार लीटर क्षमता का पेयजल स्टोरेज टैंक, मंदिर परिसर पहुंच मार्ग में टीन शेड, हाई मास्क आदि अन्य कार्य किए जायेंगे। राज्य सरकार देवभूमि के धार्मिक और सांस्कृतिक विकास और नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र एक राज्य सरकार द्वारा जनहित में कई योजनाएं यथा उज्ज्वला योजना, किसान सम्मन निधि योजना, जनधन योजना, लखपति दीदी योजना आदि चलाई जा रही हैं, जो अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। राज्य में एक लाख महिला महिलाओं को लखपति दीदी योजनाओं का लाभ मिल चुका है तथा 2025 तक डेढ़ लाख बहनों को लखपति बनाने का लक्ष्य है। राज्य सरकार प्रदेश को हिंदुस्तान का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु विकल्प रहित संकल्प होकर कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार ने धनोल्टी क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न योजनाओं में वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। आपदा की दौरान उन्होंने स्वयं विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण कर आपदा क्षति का जायजा लिया है और जल्द से जल्द पुनर्निर्माण कार्य, राहत एवं सुरक्षा कार्यों को करने के निर्देश दिए हैं। संकल्प लिया है कि आपदा प्रभावित किसी भी परिवार को अकेले नहीं पड़ने दिया जायेगा।