एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में आज युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। युवा संसद में देश के ज्वलंत मुद्दों पर प्रतिपक्ष और सत्ता पक्ष के छात्र सांसदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। इस युवा संसद के माध्यम से संसदीय परम्पराओं के निवर्हन का संदेश युवाओं में प्रेषित किया गया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार 30 अगस्त, 2024 एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में आज युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। युवा संसद में देश के ज्वलंत मुद्दों पर प्रतिपक्ष और सत्ता पक्ष के छात्र सांसदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। इस युवा संसद के माध्यम से संसदीय परम्पराओं के निवर्हन का संदेश युवाओं में प्रेषित किया गया। इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में संसदीय परम्पराओं का वही स्थान है जोकि व्यक्ति के शरीर में हृदय का है। उन्होंने युवा संसद के कार्यक्रम की भूमिका को रेखाकिंत करते हुए कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि युवा संसद की गरिमा को अक्षुण्ण रखने वाली परम्पराओं को अपने जीवन में आत्मसात करें। इस अवसर पर कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ सरस्वती को द्वीप प्रज्जवलन एवं पुष्प अर्पण से किया गया। मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राजनीति विज्ञान विभाग और नोडल अधिकारी विनय थपलियाल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। युवा संसद में भारत की विदेश नीति के गुट निरपेक्षता के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष सांसदों के बीच उच्च स्तरीय बहस देखने को मिली। विपक्षी सांसद जौया तारीख ने भारत की विदेश नीति को लेकर सवाल किया तो दूसरी ओर विदेश मंत्री की भूमिका का निवर्हन कर रही अक्षरा अरोड़ा ने निवर्तमान विदेश नीति को भारत की विदेश नीति के सिद्धान्त के अनुरूप बताया।