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अखाड़ों में कोई मतभेद नहीं, जल्द ही सभी अखाड़े एक मंच पर आएंगे-श्रीमहंत रविंद्रपुरी


श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को समर्थन देने की घोषणा के बाद श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के पक्ष में आठ अखाड़ों का समर्थन होने से अखाड़ा परिषद अध्यक्ष पद पर उनकी स्थिति मजबूत हो गयी है।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

हरिद्वार, 1 सितम्बर। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज को समर्थन देने की घोषणा के बाद श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज के पक्ष में आठ अखाड़ों का समर्थन होने से अखाड़ा परिषद अध्यक्ष पद पर उनकी स्थिति मजबूत हो गयी है। रविवार को निंरजनी अखाड़े में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि अखाड़ों में कोई मतभेद नहीं है। अखाड़ों के बीच एकता स्थापित करना ही उनका उद्देश्य है। जल्द ही सभी तेरह अखाड़े एक मंच पर आ जाएंगे और मिलकर प्रयागराज कुंभ को भव्य व दिव्य रूप से संपन्न कराएंगे। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी संत हैं। उनकी इच्छा है कि प्रयागराज कुंभ से सनातन धर्म संस्कृति को लेकर बड़ा संदेश देश दुनिया में जाए। सभी अखाड़े मिलकर सीएम योगी आदित्यनाथ की इस परिकल्पना को साकार करेंगे। कुंभ की तैयारियों को लेकर वे जल्द ही प्रयागराज जाएंगे। उन्होंने कहा कि पद सेवा का माध्यम है। सभी अखाड़ों के सहयोग से धर्म सेवा और मानव सेवा के कार्यो को आगे बढ़ाया जाएगा। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के समर्थन के बाद अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी (मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट) की स्थिति मजबूत हो गयी है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी के अनुसार उन्हें जूना अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, निर्वाणी अणी अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन तथा निर्मल अखाड़े का समर्थन भी प्राप्त है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरी अखाड़ा परिषद एकजुट होगी। अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदास के अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी (मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट) एवं महामंत्री हरि गिरी को आशीर्वाद दिए जाने के बाद अखाड़ा परिषद की राजनीति में बदलाव आना शुरू हुआ। इसके पूर्व श्रीमहंत रविंद्रपुरी और हरि गिरी गुट के पक्ष में छह अखाड़ों का समर्थन था। जुलाई में प्रयागराज में हुई निर्वाणी अणी अखाड़े की बैठक में महंत ज्ञानदास महाराज के शिष्य महंत मुरलीदास के अखाड़े का अध्यक्ष बनने के बाद स्थिति तेजी से बदली। अध्यक्ष बनने के बाद महंत मुरली दास अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी के समर्थन में आ गए। इससे अखाड़ा परिषद में उनके समर्थन वाले अखाड़ों की संख्या बढ़कर सात हो गयी। अब श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का समर्थन मिलने के बाद अखाड़ा परिषद में श्रीमहंत रविंद्रपुरी व श्रीमहंत हरि गिरी गुट को पूर्ण बहुमत हासिल हो गया है। इस अवसरपर निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी, समाजसेवी सुमित अदलक्खा, राजकुमार राजू भी मौजूद रहे।

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