शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र नगर पालिका सà¤à¤¾à¤—ार में हिमालय साहितà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ कला परिषद चैरिटेबल टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र गढ़वाल के ततà¥à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में डॉ चरण सिंह केदारखंडी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ का कालजई कथानक का लोकारà¥à¤ªà¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किया गया ।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र
आज शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र नगर पालिका सà¤à¤¾à¤—ार में हिमालय साहितà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ कला परिषद चैरिटेबल टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र गढ़वाल के ततà¥à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में डॉ चरण सिंह केदारखंडी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ का कालजई कथानक का लोकारà¥à¤ªà¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किया गया । कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° सà¥à¤°à¥‡à¤–ा डंगवाल तथा विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि राकेश जà¥à¤—रान उपनिदेशक विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾, कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ पालिकाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª तिवारी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठअतिथियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ कर किया गया ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ आरती पà¥à¤‚डीर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ बंदना का गायन किया गया कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ के रचयिता डॉकà¥à¤Ÿà¤° चरण सिंह केदारखंडी का परिचय नीरज नैथानी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया तथा इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की समीकà¥à¤·à¤¾ देवेंदà¥à¤° उनियाल तथा जयकृषà¥à¤£ पैनà¥à¤¯à¥‚ली दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई इस अवसर पर संसà¥à¤¥à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजकीय इंटर कॉलेज शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के छातà¥à¤° अरविंद सिंह को हाई सà¥à¤•à¥‚ल की परीकà¥à¤·à¤¾ में विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• अंक पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने पर हरीशरण काला सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ छातà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की गई छातà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ का संदरà¥à¤ डॉकà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ चमोली दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया इस अवसर पर जहां à¤à¤• और मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° सà¥à¤°à¥‡à¤–ा डंगवाल ने किया कावà¥à¤¯ संगà¥à¤°à¤¹ "मूक वेदना का कालजयी कथानक" की विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ जानकारी दी गई वहीं दूसरी ओर विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि राकेश जà¥à¤—राण ने उनके कावà¥à¤¯ सारà¥à¤¥à¤• की बारीकियां पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। मà¥à¤–à¥à¤¯ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° उमा मैठाणी ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि लेखन की रचनाà¤à¤‚ काफी अचà¥à¤›à¥€ à¤à¤µà¤‚ गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ लिठहà¥à¤ हैं लेखक केदारखंडी ने संसà¥à¤¥à¤¾ का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि साहितà¥à¤¯ समाज की दिशा व दशा को बदलने में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ सकता है। इस अवसर पर सà¤à¤¾à¤—ार में हेमचंदà¥à¤° ममंगई, विमल बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾, संगीता फरासी, विà¤à¥‹à¤° बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾, अरà¥à¤£ खà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤², नीरज नैथानी, पूनम रतूड़ी, गंगा असनोड़ा, उमा घिडियाल, राकेश à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, जितेंदà¥à¤° धीरवान, रामेशà¥à¤µà¤° गौड़ , सतà¥à¤¯à¤œà¥€à¤¤ खंडूड़ी, आदि ने लोकारà¥à¤ªà¤£ समारोह में à¤à¤¾à¤— लिया।