शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र मैं लकà¥à¤·à¥à¤¯ कोचिंग दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जितेंदà¥à¤° धीरवान जी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में à¤à¤• गोषà¥à¤ ी का आयोजन किया गया दोसà¥à¤¤à¥€ में अचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ को लेकर सà¤à¥€ ने अपने विचार रखे और कहा की परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को लेकर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को किस तरह से तैयार किया जाठजिससे बचà¥à¤šà¥‡ अपने जीवन में आगे बढ़ सकें और इस समाज में अपना à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बना सकें गोषà¥à¤ ी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कर रहे जितेंदà¥à¤° धीरवान ने कहा बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में जीवन जीने के सलीके में बहà¥à¤¤ बदलाव आ गया है। आज का नागरिक अपना जीवन अपने अंदाज में वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करना चाहता है।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
आज शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र मैं लकà¥à¤·à¥à¤¯ कोचिंग दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जितेंदà¥à¤° धीरवान जी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में à¤à¤• गोषà¥à¤ ी का आयोजन किया गया गोषà¥à¤ ी में अचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ को लेकर सà¤à¥€ ने अपने विचार रखे और कहा की परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं को लेकर बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को किस तरह से तैयार किया जाठजिससे बचà¥à¤šà¥‡ अपने जीवन में आगे बढ़ सकें और इस समाज में अपना à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बना सकें गोषà¥à¤ ी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कर रहे जितेंदà¥à¤° धीरवान ने कहा बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में जीवन जीने के सलीके में बहà¥à¤¤ बदलाव आ गया है। आज का नागरिक अपना जीवन अपने अंदाज में वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करना चाहता है। इसमें किसी का हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª करना उसे बिलà¥à¤•à¥à¤² पसंद नहीं है। इस जीवन जीने की कला में वह अपनी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बचने का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कर रहा है। इसका पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ परिवार और समाज पर पड़ रहा है। हमें विशेषकर अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ ओर शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के जीवन जीने की शैली को बहà¥à¤¤ हद तक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करता है। हमें उनकी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को ठेस नहीं पहà¥à¤‚चाते हà¥à¤ परिवार, समाज और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनके दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¥€ जागरूक करना होगा। à¤à¤¸à¤¾ नहीं करते हैं तो यà¥à¤µà¤¾ पीढ़ी अपने जीवन और उनके दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ के बारे में जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° नहीं हो पाà¤à¤‚गे संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का रहता है असर: आज के विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के जीवन की शैली में जो परिवरà¥à¤¤à¤¨ आया है वह सबसे अधिक संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का है। आज का विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ मेधावी, इंफॉरà¥à¤®à¥‡à¤¶à¤¨ टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ में बहà¥à¤¤ अधिक रà¥à¤šà¤¿ रखता है लेकिन सà¥à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ नहीं है। अचà¥à¤›à¥‡ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की कमी के कारण उठना, बैठना, बोलना, बड़ों का आदर सतà¥à¤•à¤¾à¤°, माता-पिता, गà¥à¤°à¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ में रà¥à¤šà¤¿ नहीं रखता। इन सबका कारण माता-पिता के समय अà¤à¤¾à¤µ à¤à¤µà¤‚ संयà¥à¤•à¥à¤¤ परिवार का कम होना है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• माता पिता यह उमà¥à¤®à¥€à¤¦ करते है कि उनका बचà¥à¤šà¤¾ बेहतर शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करे, अचà¥à¤›à¥‡ संसà¥à¤•à¤¾à¤° सà¥à¤•à¥‚ल में शिकà¥à¤·à¤• à¤à¥€ सिखाà¤à¤‚। विषय जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के लिठविदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ उतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¤à¥à¤µ हैं लेकिन संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚, वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला तो घर à¤à¤µà¤‚ परिवार हैं जहां बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— होता है। आज का शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤µà¤‚ छातà¥à¤° दोनों अंकों के खेल में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ हो गठहैं। उनका à¤à¤• ही लकà¥à¤·à¥à¤¯ सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• अंक लाकर कà¥à¤› बनने का होता है। अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• à¤à¥€ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण विकास के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर मानसिक विकास पर केंदà¥à¤°à¥€à¤¤ होता है। इस à¤à¤¾à¤—दौड़ में जीवन के अचà¥à¤›à¤¾ नागरिक या अचà¥à¤›à¤¾ इंसान बनाने की पहलू अछूते रह जाते हैं। हमारे समय में शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤• ईशà¥à¤µà¤° की तरह वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• रूप से पूजà¥à¤¯à¤¨à¥€à¤¯ होते थे। आज इस सà¥à¤¤à¤° में बहà¥à¤¤ बदलाव आया हà¥à¤† है। इसके लिठहम सà¤à¥€ समाज के लोग जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° हैं। आज अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• शिकà¥à¤·à¤• पर अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नहीं करता पहले शिकà¥à¤·à¤• की बात पर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया जाता था। पहले माता पिता अपने से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ शिकà¥à¤·à¤• को बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का शà¥à¤Â¨à¤šà¤¤à¤• मानते थे। अचà¥à¤›à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ के साथ-साथ अपने गà¥à¤°à¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¥€ बहà¥à¤¤ जरूरी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परिजन और गà¥à¤°à¥ ही उस मà¥à¤•à¤¾à¤® तक पहà¥à¤‚चाने में सहायता करते हैं जो हमें पूरी जिंदगी काम आती है इस अवसर पर गोषà¥à¤ ी में à¤à¤¾à¤— लेने वाले गोषà¥à¤Ÿà¥€ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कर रहे जितेंदà¥à¤° धीरवान, दीना धीरवान, राकेश à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ, संदीप रावत, अनà¥à¤°à¤¾à¤— मिशà¥à¤°à¤¾, गोपाल चकारिया, अंजना घड़ियाल, अमिता, पूजा गà¥à¤¸à¤¾à¤ˆà¤‚, रà¥à¤šà¤¿ ठाकà¥à¤° ने à¤à¤¾à¤— लिया।