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कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाजपुर, क्षेत्रपाल, छिनका, भनेरपानी, टंगणी, पागलनाला, हेलंग, लामबगड़ सहित कई स्थानों पर भारी मलवा


बद्रीनाथ धाम की यात्रा जारी है। अभी तक बद्रीनाथ धाम में 9286 तीर्थयात्री भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर चुके है। बुधवार को 117 तीर्थयात्रियों ने बदीनाथ के दर्शन किए। जनपद में लगातार हो रही बारिश के चलते गुरूवार को भी कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाजपुर, क्षेत्रपाल, छिनका, भनेरपानी, टंगणी, पागलनाला, हेलंग, लामबगड़ सहित कई स्थानों पर भारी मलवा एवं वोल्डर आने से अवरूद्व हो गया था।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 13 अगस्त,2020, बद्रीनाथ धाम की यात्रा जारी है। अभी तक बद्रीनाथ धाम में 9286 तीर्थयात्री भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर चुके है। बुधवार को 117 तीर्थयात्रियों ने बदीनाथ के दर्शन किए। जनपद में लगातार हो रही बारिश के चलते गुरूवार को भी कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाजपुर, क्षेत्रपाल, छिनका, भनेरपानी, टंगणी, पागलनाला, हेलंग, लामबगड़ सहित कई स्थानों पर भारी मलवा एवं वोल्डर आने से अवरूद्व हो गया था। लामबगड को छोडकर सभी स्थानों पर कडी मसक्कत के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए सुचारू किया जा चुका है। लामबगड में बार-बार मलवा आने से मार्ग बाधित हो रहा है। वही अवरूद्व कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग भी यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। जबकि कर्णप्रयाग-गैरसैंण तथा जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग भी यातायात के लिए सुचारू है। जनपद में बुधवार रात को भारी बारिश के चलते मलवा आने से 39 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हुए है जिसमें से अधिकांश मोटर मार्गो को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। बारिश के चलते अमृत गंगा पेयजल लाईन को भारी नुकसान पहुॅचा है। पेयजल लाईन के स्रोत से कई पाइप क्षतिग्रस्त हुए है और स्रोत पर भारी मलवा आने से पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। पेयजल लाईन को जोड़ने का काम युद्व स्तर पर जारी है। गोपेश्वर नगर क्षेत्र में अभी जल संस्थान के 3 टैंकरों के माध्यम से घर-घर पेयजल आपूर्ति कराई जा रही है। वही जनपद में विद्युत लाईन भी क्षतिग्रस्त हुई है जिससे कुछ गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी जिसको ठीक कर लिया गया है। जनपद में तहसील घाट को छोडकर अन्य सभी तहसीलों में दूरसंचार सेवा सुचारू कर दी गई है। जिला प्रशासन की टीम क्षतिग्रस्त सड़क, दूरसंचार, विद्युत एवं पेयजल लाईन सहित जरूरी सेवाओं को सुचारू करने में दिनरात जुटी है। जिले के तहसील चमोली 50.2 मिमी, जोशीमठ में 28.4 मिमी, कर्णप्रयाग में 3.0 मिमी, पोखरी में 11.00 मिमी, थराली में 34.00 मिमी, गैरसैंण में 2.0 मिमी तथा घाट मंे 9.0 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियों में अलकनन्दा नदी का जल स्तर खतरे के निशान 957.42 मी0 के सापेक्ष 954.50 मी0, नन्दाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान 871.50 मी0 के सापेक्ष 868.56 मी0 तथा पिण्डर नदी का जल स्तर खतरे के निशान 773.00 मी0 के सापेक्ष 773.00 मी0 के स्तर पर बह रही हैं। ये सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है। तहसील चमोली क्षेत्रान्तर्गत कल रात को हुई भारी बारिश के चलते क्वीरालू गांव में 1 गौशाला क्षतिग्रस्त होने से 3 मवेशियों की मलवे में दब कर मृत्यु हुई है। जबकि 1 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुआ है। डीएम स्वाति एस भदौरिया ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों को मुआवजा वितरण सुनिश्चित करने को कहा।

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