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जनजातीय समुदाय से संबधित वाणिज्य को बढावा देने और उनकी आजीविका संबर्धन के लिए एक समग्र डिजिटल अभियान शुरू किया है।


भारतीय जनजातीय वाणिज्य विपणन संघ (ट्राइफेड) जनजातीय समुदाय से संबधित वाणिज्य को बढावा देने और उनकी आजीविका संबर्धन के लिए एक समग्र डिजिटल अभियान शुरू किया है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 14 अगस्त,2020, भारतीय जनजातीय वाणिज्य विपणन संघ (ट्राइफेड) जनजातीय समुदाय से संबधित वाणिज्य को बढावा देने और उनकी आजीविका संबर्धन के लिए एक समग्र डिजिटल अभियान शुरू किया है। इसके तहत गांवों में रहने वाले जनजातीय उत्पादकों तथा कारीगरों को अंतराष्ट्रीय मानक के ई-मंच के जरिए राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय बाजार से जोडा जाएगा। ट्राइफेड ने उत्पादों के विपणन के लिए पूरे देश में कुछ ही जिलों का चयन किया है जिसमें चमोली जनपद भी शामिल है। शुक्रवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्लेक्ट्रेट सभागार में आजीविका से जुड़े सभी रेखीय विभागों की बैठक लेते हुए जनपद के स्थानीय उत्पादों की अच्छी पैंकेजिंग, लेवलिंग तथा उत्पादों को ट्राइफेड के जरिए ई-मार्केट से जोड़ने हेतु तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के काश्तकारों की आजीविका संवर्धन के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। स्थानीय उत्पादकों के उत्पाद सीधे ई-मार्केट से जुड़ने से जहाॅ जनपद के लोकल उत्पादों को अंतराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिलेगी वही उत्पादकों को भी इसका सीधा फायदा होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि ट्राइफेड ने जनजातीय उत्पादों के विपणन के लिए चमोली, अल्मोडा और उत्तरकाशी जिलों का ही चयन किया है जिससे यहाॅ के उत्पादकों और कारीगरों को अच्छा फायदा मिल सकता है। उन्होंने कृषि, उद्यान, उद्योग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना से जुड़े उन्नतशील किसान समुदायों एवं काश्तकारों के उत्पादों को सीधे ट्राइफेड के जरिए ई-मार्केट से जोड़ने हेतु तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि उत्पादों की अच्छी पैकेजिंग व लेवलिंग करने के साथ साथ स्थानीय उत्पादों की बारे में भी जानकारी दी जाए। ताकि राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थानीय उत्पाद खरीदने वालों को यहाॅ के उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी मिल सके। इस दौरान जिलाधिकारी ने लाइवलीहुड से जुड़े विभागों द्वारा तैयार किए जा रहे प्रोडेक्ट का परीक्षण भी किया। ट्राइफेट को पहले चरण में जनपद के स्थानीय उत्पादों में शाॅल, पंखी, मफलर, कोट, दालें, पहाडी राइस, मडुंवा के बिस्कुट, चैलाई, भंगजीरा, वन तुलसी, जम्बू फरण, जूस इत्यादि सामग्री को अच्छी पैकेजिंग व लेवलिंग के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, एसडीएम अनिल चन्यिाल, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डा0 एमएस सजवाण, एपीडी सुमन बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी राम कुमार दोहरे, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, आईएलएसपी के प्रंबधक प्रतीम भट्ट आदि उपस्थित थे।

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