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भव्य ओर दिव्य होगा महाकुंभ मेला-दीपक रावत


हरिद्वार के कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि 2021 में हरिद्वार में होने वाला महाकुंभ मेला दिव्य और भव्य होगा ।संतो के आशीर्वाद और सहयोग के बिना महाकुंभ मेले के सफल आयोजन की कल्पना नहीं की जा सकती है ।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, आज कनखल स्थित श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा में उदासीन संप्रदाय के प्रवर्तक भगवान श्री चंद्राचार्य की 525वीं जयंती के अवसर पर संत सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि हरिद्वार महाकुंभ मेले की गरिमा को ध्यान में रखते हुए कुंभ के कार्य कराए जाएंगे । रावत ने कहा कि हमेशा कुंभ मेला प्रशासन को संत महापुरूषों का सहयोग मिलता रहा है। महाकुंभ मेला अधिकारी रावत ने कहा कि हर की पैड़ी स्थित राजा मानसिंह की छतरी के प्राचीन स्वरूप को कुंभ से पूर्व ही बहाल कर दिया जाएगा । इसके लिए एक कमेटी का गठन किया है जो कमेटी 3 महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो इस छतरी का ढांचा है ,वह आंखों में चुभता है। उन्होंने कहा कि संतों की भावनाओं के अनुरूप कुंभ मेले में कार्य कराए जाएंगे। श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़ा राजघाट,कनखल के महन्त रघु मुनि महाराज ने कहा कि महाकुंभ मेला राष्ट्रीय पर्व है। धर्म ,जाति ,संप्रदाय विशेष से कुंभ मिला ऊपर उठकर है और सभी जातियों धर्मों का कुंभ मेला है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला एक ऐसा महा संगम है, जिसमें हर विचारधारा के लोग आते हैं और गंगा के तट पर सबका एकाकार हो जाता है ।उन्होंने कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत और उनकी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कुंभ मेला हरिद्वार इस बार दिव्यता और भव्यता के साथ संपन्न होगा । उन्होंने कहा कि दीपक रावत एक सुलझे हुए अधिकारी हैं और वे कुंभ मेले के हर काम का बारीकियों के साथ अध्ययन कर रहे हैं और सभी अखाड़ों में जाकर संत महापुरूषों के साथ कुंभ के बारे में विचार विमर्श कर रहे हैं, जो उनकी एक अच्छी पहल है। श्रीमहंत रघुमुनि महाराज ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी, महामंत्री हरिगिरी महाराज महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर काफी चिंतित हैं। इसीलिए कुंभ मेला प्रशासन को महाकुंभ मेले के कार्यो को शीघ्र शुरू करना चाहिए। ताकि हरिद्वार में करोड़ों श्रद्धालुओं को और संत महापुरूषों को महाकुंभ मेले में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। उन्होंने हरिद्वार की जनता से अपील की कि कुंभ मेला को सफल बनाने के लिए मेला प्रशासन का सहयोग करें। इस अवसर पर हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपेंद्र चैधरी ने कहा कि साधु संतों के बिना कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता है और हरिद्वार के साधु समाज का प्रशासन को हमेशा सहयोग मिलता रहा है। श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा के श्री महन्त ज्ञान देव सिंह महाराज ने कहा कि अखाड़े हमेशा ही मेला प्रशासन को सहयोग करते रहे हैं । कुंभ मेला अधिकारी ने अखाड़ों में खुद जाकर संतो के साथ कुंभ मेले के लिए परामर्श करने की अच्छी परंपरा डाली है। जिसकी संत समाज खुले दिल से तारीफ करता है। उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा के कोठारी महन्त प्रेमदास महाराज ने कहा कि उदासीन संप्रदाय समेत सभी संप्रदाय के अखाड़े कुंभ मेले को सफल बनाने के लिए एकजुटता से कार्य कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि कल रविवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री उदासीन पंचायती बड़ा अखाड़ा राजघाट में साधु-संतों के साथ कुंभ मेला के संबंध में विचार विमर्श करेंगे। मेला अधिकारी दीपक रावत , जिलाधिकारी दीपेंद्र चैधरी और अपर कुंभ मेला अधिकारी हरवीर सिंह ने श्री चंद्र भगवान के मंदिर में मत्था टेका पूजा अर्चना की अखाड़ा के श्री महंत रघु मुनि महाराज ने सभी अधिकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। । इस अवसर पर अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह ,महन्त राघवेंद्र दास ,महंत ब्रह्म मुनि ,महन्त निर्मल दास ,महन्त निरंजन दास ,महन्त गंगा दास, महंत प्रेमदास, महन्त प्रेमानंद, महंत रविन्द्रदास, महंत भगवत स्वरूप, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद, महन्त जसविंदर सिंह कोठारी, महन्त अमनदीप सिंह, स्वामी कपिलमुनि, महंत साधनानंद, स्वामी संतोषानंद, महंत जयेंद्रमुनि, महंत दामोदर शरण दास, महंत जगतार मुनि, नरेश शर्मा, अनिरूद्ध भाटी आदि सहित बड़ी संख्या में संत महापुरूष उपस्थित रहेे।

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