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देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री को बंद कराने की मांग को लेकर हरिद्वार में सातवें दिन भी जारी रहा धरà


उत्तराखण्ड में शराब कारखाने लगाने की अनुमति दिए जाने के विरोध में देवपुरा चैक पर चल रहा देवभूमि सिविल सोसायटी का धरना सातवें दिन भी जारी रहा। देवभूमि सिविल सोसायटी ने शराब कारखानों के लाईसेंस निरस्त होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, उत्तराखण्ड में शराब कारखाने लगाने की अनुमति दिए जाने के विरोध में देवपुरा चैक पर चल रहा देवभूमि सिविल सोसायटी का धरना सातवें दिन भी जारी रहा। देवभूमि सिविल सोसायटी ने शराब कारखानों के लाईसेंस निरस्त होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। सातवें दिन स्वामी अंश चैतन्यनन्द महाराज व प्रिंस शर्मा शिव धरने पर बैठे। सिविल सोसायटी के जेपी बड़ोनी व पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि राज्य सरकार की शराब पोषित नीति के खिलाफ तथा पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन तथा नदियों को दूषित होन से बचाने के लिए सामाजिक संगठनों के सहयोग से आंदोलन को लगातार जारी रखा जाएगा। सोसायटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी प्रबोधानन्द महाराज ने कहा कि सरकार को उत्तराखण्ड की मूल अवधारणा को समझना होगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को देवभूमि में शराब कारखाने लागए जाने की अनुमति को रद्द करना ही होगा। यदि सरकार जल्द से जल्द अनुमति को रद्द नहीं करती है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। समाजसेवी विशाल गर्ग ने कहा कि हिमालय क्षेत्र में शराब कारखाने लगाने की नीति पूरी तरह गलत है। सरकार को अपनी नीति पुर्नविचार करना चाहिए। राज्य आन्दोलनकारी सरिता पुरोहित ने कहा सरकार जनभावनाओं का सम्मान करे। शराब कारखाने लगवाकर मोक्षदायिनी मां गंगा का स्वरूप बदलने की चेष्टा ना करे। प्रेमचंद सैनी ने कहा कि संत समाज के आशीर्वाद से सरकार की शराब नीति के विरूद्ध चल रहा आंदोलन अवश्य सफल होगा। सरकार को शराब कारखानों के लाईसेंस तत्काल निरस्त करने चाहिए। इस दौरान स्वामी विनोद महाराज, स्वामी रामस्वरूपदास, भास्करपुरी महाराज, स्वामी प्रेमदास, स्वामी राजेंद्रदास, सोमानन्द दास, धीरजपंत, विपिन मिश्रा, राम गोपाल, अमन ठाकुर, रंजनपाल, देशराज, राजकुमार कश्यप, उमेश सैनी, गुलशन खत्री, अश्विनी सैनी, संजीव चैधरी आदि मौजूद रहे। शराब कारखानों के विरोध में आंदोलन चला रहे देवभूमि सिविल सोसायटी के कार्यकर्ताओं ने रविवार को हरिद्वार आए मुख्यमंत्री को काले झण्डे दिखाने का भी प्रयास किया। लेकिन पहले से ही सर्तक पुलिस ने कार्यकर्ताओं के प्रयास को नाकाम कर दिया। 

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