कोरोना संकà¥à¤°à¤®à¤£ के चलते देशà¤à¤° में रहे लॉकडाउन की अवधि में चोरी की वारदात कम हà¥à¤ˆ थी।अनलॉक -1 के बाद तो घटनाà¤à¤‚ लगातार बढ़ गई हैं। चोरों का गिरोह इतना सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ है कि कोई à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ मकान बंद कर शहर या शहर के बाहर जाता है तो चोरों को इसकी खबर लग जाती है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
कोरोना संकà¥à¤°à¤®à¤£ के चलते देशà¤à¤° में रहे लॉकडाउन की अवधि में चोरी की वारदात कम हà¥à¤ˆ थी।अनलॉक -1 के बाद तो घटनाà¤à¤‚ लगातार बढ़ गई हैं। चोरों का गिरोह इतना सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ है कि कोई à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ मकान बंद कर शहर या शहर के बाहर जाता है तो चोरों को इसकी खबर लग जाती है। फिर मौका देखकर चोरों का यह गिरोह वारदात कर माल समेटकर फरार हो जाता है।चोरों के निशाने पर à¤à¤¸à¥€ मकान और दà¥à¤•à¤¾à¤¨ होते हैं जो आबादी से हटकर या दूसरे छोड़कर होते हैं। à¤à¤•à¤¾à¤‚त देखकर चोरी की घटना को अंजाम देने में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की दिकà¥à¤•à¤¤ नहीं आती है, साथ ही पकड़े जाने का खतरा à¤à¥€ कम होता है।