विशà¥à¤µ आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ रोकथाम दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित विशà¥à¤µ के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 10 सितंबर। आज विशà¥à¤µ आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ रोकथाम दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित विशà¥à¤µ के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं है। विशà¥à¤µ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ संगठन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दी गयी जानकारी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° विशà¥à¤µ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देशों में आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ की रोकथाम के लिये अनेक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किये जा रहे हैं उसके बावजूद, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• 40 सेकेंड में आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ के कारण à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• मृतà¥à¤¯à¥, मृतक के परिवार, दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ और सहकरà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिये à¤à¤• तà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¦à¥€ के समान ही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ करने वाले में सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ सà¤à¥€ वरà¥à¤—ों के लोग होते हैं परनà¥à¤¤à¥ इसमें यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का à¤à¤• बड़ा वरà¥à¤— है जो कि जीवन शà¥à¤°à¥‚ होने से पहले ही आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ को गले लगा लेते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ की रोकथाम के लिये जो à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ कदमहैं उसे सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ रूप से हमारे पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शामिल करना होगा। हमारी शिकà¥à¤·à¤¾ में पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के साथ संसà¥à¤•à¤¾à¤°, मूलà¥à¤¯ और मूल को शामिल करना होगा। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ और जो सामाजिक सोच है वह काफी हद तक यà¥à¤µà¤¾à¤“ं में केवल कामà¥à¤ªà¥€à¤Ÿà¤¿à¤¶à¤¨ पैदा करती है; जीवन मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अकादमिक पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ को महतà¥à¤µ देती है। केवल कामà¥à¤ªà¥€à¤Ÿà¤¿à¤¶à¤¨ कई बार अवसाद पैदा करता है, कापरेशन और कमà¥à¤ªà¥‡à¤¶à¤¨ का à¤à¤¾à¤µ जीवन में पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पैदा करता है। à¤à¤—वदà¥à¤—ीता में कहा है पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¸à¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं और पारिवारिक सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि अकà¥à¤¸à¤° देखा गया है कि हम बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के साथ जब à¤à¥€ बैठते हैं तब शिकà¥à¤·à¤¾ की, पाठयकà¥à¤°à¤® की, बड़े-बड़े सपनों की, कà¥à¤¯à¤¾ बनना है, कैसे पैसे कमाने हैं, कहां घूमने जाना है, कà¥à¤¯à¤¾ खाना और कà¥à¤¯à¤¾ पहनना है, दूसरों के सामने कैसे वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करना है, अकादमिक परिणाम अचà¥à¤›à¤¾ आने पर, नौकरी लगने पर कैसे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¥à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करना है, कैसे उतà¥à¤¸à¤µ मनाना है आदि अनेक विषयों पर बात करते हैं परनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤¯à¤¾ हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसलिये à¤à¥€ तैयार करते हैं कि जब वह फेल हो जाये, अपने लकà¥à¤·à¥à¤¯ को पाने में असफल हो जाये या उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जो सोचा था वह लकà¥à¤·à¥à¤¯ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ न हो सके, तो कà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¥‡à¤‚? अपनी असफलताओं का सामना कैसे करें और कà¥à¤¯à¤¾ हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताते है कि जीवन में सफलतायें और अवसरवादिता ही सब कà¥à¤› नहीं है। सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾, सरलता, सदà¥à¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ जीवन के अंग है सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के उपर उनके माता-पिता कई बार जाने-अनजाने में उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ का बड़ा à¤à¤¾à¤°à¥€ बोठडाल देते हैं, अनेक आशाओं के साथ उनका पालन-पोषण करते हैं और वह पूरी न होने के कारण सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ तनाव में जीते हैं और इसके कारण बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को à¤à¥€ तनाव होता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¥‡à¤‚ने कहा कि à¤à¤• बात हमेशा याद रखें कि कोई à¤à¥€ कागज का टà¥à¤•à¥œà¤¾, कोई à¤à¥€ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤°, सरà¥à¤Ÿà¥€à¤«à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ जीवन से बड़ा नहीं होता। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि उन सब मजबूरियों, मानसिक और मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• करणों का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ होना चाहिये कि आखिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सपने देखने वाला, ऊरà¥à¤œà¤¾à¤µà¤¾à¤¨ यà¥à¤µà¤¾, पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ सा नौजवान सदा सदा के लिठअलविदा हो जाता है। आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ माने खà¥à¤¦ की हतà¥à¤¯à¤¾, खà¥à¤¦ के सपनों और अरमानों की हतà¥à¤¯à¤¾ है, अपनी हतà¥à¤¯à¤¾ के साथ अपनों के अरमानों की हतà¥à¤¯à¤¾ है। मेरा मानना है हर समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान है, हम-आप सà¥à¤µà¤¯à¤‚ समाधान हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ टेंशन है बस उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ थोड़ा अटेंशन चाहिà¤, थोड़ा पà¥à¤¯à¤¾à¤° थोड़ा अपनापन और थोड़ा सा अपनों का साथ चाहिये। अगर कोई मानसिक समसà¥à¤¯à¤¾ है तो इस बीमारी का à¤à¥€ इलाज है, बस हमें थोड़ी सी अपनी सोच बदलनी होगी; लाइफ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² बदलना होगा और सोचने के तरीके को बदलना होगा जिससे वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ रहते हà¥à¤ à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ और मसà¥à¤¤ रह सकते हैं। इसके लिय तीन मलà¥à¤Ÿà¥€à¤µà¤¿à¤Ÿà¤¾à¤®à¤¿à¤‚स हैं, मेडिटेशन, नो रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ और इंटà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤¶à¤¨à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अकेलेपन को अपनेपन में बदलने के लिये मेडिटेशन इज द बेसà¥à¤Ÿ मेडिकेशन है। सबसे बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ दवाई है कि धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करें, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ नहीं ठीक से पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° दें तथा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ आतà¥à¤®à¥à¤®à¤‚थन करें। फिर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ नहीं आतà¥à¤® चिंतन होगा। जीवन की दिशा ही बदल जायेगी।