जिलाधिकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¤¸ à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की पहल पर जनपद चमोली में ‘‘बाखली’’ नाम से सरकारी होम सà¥à¤Ÿà¥‡ की शà¥à¤°à¥‚आत हो चà¥à¤•à¥€ है। जिसके जरिठसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को रोजगार दिया जाà¤à¤—ा। योजना के तहत जिलासू में पहाडी शैली में पहला सरकारी होम सà¥à¤Ÿà¥‡ मेहमानों के सà¥à¤µà¤¾à¤—त के लिठतैयार है।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
चमोली 11 सितंबर,2020, जिलाधिकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¤¸ à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की पहल पर जनपद चमोली में ‘‘बाखली’’ नाम से सरकारी होम सà¥à¤Ÿà¥‡ की शà¥à¤°à¥‚आत हो चà¥à¤•à¥€ है। जिसके जरिठसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को रोजगार दिया जाà¤à¤—ा। योजना के तहत जिलासू में पहाडी शैली में पहला सरकारी होम सà¥à¤Ÿà¥‡ मेहमानों के सà¥à¤µà¤¾à¤—त के लिठतैयार है। इसके संचालन की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤•à¥€à¤•à¥ƒà¤¤ आजीविका परियोजना से जà¥à¥œà¥‡ माॅ चणà¥à¤¡à¤¿à¤•à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤¤à¥à¤¤ सहकारिता समूह को दी गई है। जिलाधिकारी की इस शानदार पहल पर ही जिले में ‘‘बाखली’’ (à¤à¤• लंबी कतार में पहाडी शैली में बने घर) नाम से सरकारी होम सà¥à¤Ÿà¥‡ की शà¥à¤°à¥‚आत हà¥à¤ˆ है। निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप में आगे चल कर इस योजना के तहत हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। जिलाधिकारी ने पिछले वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ वरà¥à¤· में जिला योजना से इसके लिठपरà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— को बजट आंवटित किया था। परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यहाॅ पर पहाडी शैली में दो कमरों का सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° होम सà¥à¤Ÿà¥‡ तैयार किया है। जिसमें à¤à¤• दिन में चार लोग ठहर सकते है। इसके संचालन की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ माॅ चंणà¥à¤¡à¤¿à¤•à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤¯à¤¤à¥à¤¤ सहकारिता समूह को दी गई है। कृषि आधारित परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को बढावा देने के लिठजिलासू में हो सà¥à¤Ÿà¥‡ तैयार किया गया है। खास बात यह है कि इससे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को रोजगार और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ की बिकà¥à¤°à¥€ का बाजार à¤à¥€ मिलेगा। यहाॅ पर आने वाले परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• जिलासू, लंगासू व इसके आसपास परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤—त पहाडी खेती से à¤à¥€ रूबरू होंगे और गà¥à¤°à¥‹à¤¥ सेंटर से सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ की खरीददारी कर सकेंगे। होम सà¥à¤Ÿà¥‡ में परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•à¥‹à¤‚ के लिठपहाडी वà¥à¤¯à¤‚जनों का खास मैनà¥à¤¯à¥‚ तैयार किया गया है। यहाॅ पर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• मंडवे की रोटी, चैसा, फाणू, छाछ, बदà¥à¤°à¥€-घी, सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ दाल व सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, तिलà¥à¤² की चटनी आदि पहाडी वà¥à¤¯à¤‚जनों का लà¥à¤«à¥à¤¤ उठा सकते है। सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोग यहाॅ गà¥à¤°à¥‹à¤¥ सेंटर के माधà¥à¤¯à¤® से अपने लोकल उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ को बेचकर अचà¥à¤›à¥€ आजीविका कमा सकेंगे। जिला परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास अधिकारी वृजेनà¥à¤¦à¥à¤° पांडेय ने बताया कि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विकास परिषद में जलà¥à¤¦ ही होम सà¥à¤Ÿà¥‡ का रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤¨ हो जाà¤à¤—ा। लेकिन फिलहाल यहाॅ पर आने के इचà¥à¤›à¥à¤• परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• मोबाइल नंबर 9536376331 पर संपरà¥à¤• कर बà¥à¤•à¤¿à¤‚ग ले सकते है। बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤— पर करà¥à¤£à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— से लगà¤à¤— 8 किलोमीटर नंदपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— की ओर नदी किनारे बसा जिलासू à¤à¤• सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° गांव है। यहाॅ पर अलकनंदा नदी का सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° à¤à¤µà¤‚ विहंगम नजारा दिखता है। जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने यहाॅ पर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ हाॅट, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में पंचकरà¥à¤®à¤¾ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¤µà¤‚ मेडिटेशन सेंटर की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ बनाई है और यहाॅ पर रिवर बीच का à¤à¥€ सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯à¥€à¤•à¤°à¤£ किया जा रहा है।