14 सितमà¥à¤¬à¤° आज दिन विशेष है! दिन को विशेष बताने से दिन का महतà¥à¤¤à¥à¤µ बढ़ जाता है साथ ही परंपरा है कि à¤à¥‚ली हà¥à¤ˆ चीजों को पà¥à¤¨à¤ƒ दोहराया जाता है! आज हर दूसरा वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बता सकता है।
रिपोर्ट - हिंदी दिवस पर विशेष आलेख
हिंदी दिवस 14 सितमà¥à¤¬à¤° आज दिन विशेष है! दिन को विशेष बताने से दिन का महतà¥à¤¤à¥à¤µ बढ़ जाता है साथ ही परंपरा है कि à¤à¥‚ली हà¥à¤ˆ चीजों को पà¥à¤¨à¤ƒ दोहराया जाता है! आज हर दूसरा वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बता सकता है कि हिंदी मातृ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है, अधिक कà¥à¤°à¥‡à¤¦à¤¨à¥‡ पर कहेगा कि सब को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना चाहिठपरंतॠसही मायने में आज हिंदी के महतà¥à¤µ और पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के बारे में गमà¥à¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ से विचार नहीं किया जाता जो चीज़ हमे सहजता से मिल जाया करती है अकà¥à¤¸à¤° उनकी उपेकà¥à¤·à¤¾ करते हैं जैसे हवा जैसे धूप! पर वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ हालातों पर नजर डाले तो करोना की अवधि मे हमे उन सà¤à¥€ बातों पर गौर करना पड़ा है जिनको नजरअंदाज किया है! à¤à¤¾à¤·à¤¾ केवल समà¥à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤·à¤£ का सेतॠनहीं अपितॠकिसी जाति की असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की वाहक होती है, मनà¥à¤·à¥à¤¯ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ जà¥à¤žà¤¾à¤¨, अनà¥à¤à¤µ, विचार à¤à¤¾à¤·à¤¾ ही में निहित होते हैं! राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤® अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में ही विकसित होता है इसीलिये मैकाले ने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ और हिनà¥à¤¦à¥€ अनà¥à¤¯ बोलियों को हटाकर अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ को शिकà¥à¤·à¤¾ का माधà¥à¤¯à¤® बनाया था! बहà¥à¤¤ दà¥à¤– होता है जब आज के यà¥à¤µà¤¾ कानà¥à¤µà¥‡à¤‚ट सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ का मूल जाने बिना हिनà¥à¤¦à¥€ की उपेकà¥à¤·à¤¾ करते हैं, किसी फिलà¥à¤® में जब हिंदी के संवादों को उपहास का केंदà¥à¤° बनाया जाता है! मैकाले ने जो गà¥à¤²à¤¾à¤® परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ विकसित की थी कहीं न कहीं आज à¤à¥€ कायम है मेरे हिनà¥à¤¦à¥€ दिवस पर निजी उदà¥à¤—ार है कि मैं अपने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ मे सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• विशेष हिनà¥à¤¦à¥€ को मानतीहूं कि यह मेरे सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है! मेरे निज गौरव की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है! मेरे सà¥à¤–-दà¥à¤– की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है! यह मेरी सोच और असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ का अंग है!लोगों की धारणा कि अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ विशà¥à¤µ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है à¤à¤• शà¥à¤¦à¥à¤§ à¤à¥à¤°à¤® और मिथà¥à¤¯à¤¾ है! जब छोटी थी सोचती थी पहाड़ों के पार कà¥à¤¯à¤¾ दूसरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ होती है कà¥à¤¯à¤¾ बादलों तक पहà¥à¤‚च सकते हैं, सब कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ यथारà¥à¤¥ बनी जब 11 वे विशà¥à¤µ हिंदी समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ मे शिरकत का अवसर हिनà¥à¤¦à¥€ ने ही दिया और मैं पहाड़ो, बादलों की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ पार कर विशà¥à¤µ के मंच पर जय हिंद और हिनà¥à¤¦à¥€ का उदà¥à¤˜à¥‹à¤· कर आई थी आज सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ à¤à¤¸à¥€ है कि हिंदी दिनोंदिन वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में à¤à¥€ जाग रही है! आज हिंदी देश के बड़े हिसà¥à¤¸à¥‡ के समà¥à¤µà¤¾à¤¦ बोलचाल अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है, जो हमें नई ऊरà¥à¤œà¤¾ दे रही है! आज देश का नागरिक अà¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ से कह सकता है हिंदी उसकी à¤à¤¾à¤·à¤¾ हैं! देवनागरी लिपि का वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• चेहरा हमारी हिंदी का चमकता हà¥à¤† सच है!, गोसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ ने लिखा है कि सूर नर मà¥à¤¨à¤¿ की यह सब रीति सà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¥ लागि करहिं सब पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¥€ इससे अछूती नहीं है अगर वह आपकी सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सिदà¥à¤§à¤¿ का जरिया है आप के विकास और पहचान का जरिया है तो उसे आसानी से अपनाà¤à¤‚गे तो आप उसके गà¥à¤°à¤¹à¤£à¤¶à¥€à¤²à¤¤à¤¾ और विसà¥à¤¤à¤¾à¤° को लेकर अधिक संवेदनशील होंगे उसे अपनाने में जरा सा à¤à¥€ नहीं हिचकेंगे, आज की जरà¥à¤°à¤¤à¥‹à¤‚ और संदरà¥à¤à¥‹à¤‚ मे हिनà¥à¤¦à¥€ की अनिवारà¥à¤¯à¤¤à¤¾ तेजी से बढ़ी है! हमे अपनी जड़ों को न à¤à¥‚लना चाहिठऔर याद रखना चाहिठकि जबसे हमने अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना छोड़ा, तà¤à¥€ से हमारा अपमान अवनति होने लगी! आज सोशल मीडिया में देख रही हूं हिंदी का दायरा बहà¥à¤¤ बढ़ा हà¥à¤† पाया है! कà¥à¤› साल पहले तो हम सिरà¥à¤« अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ और रोमन में लिख सकते थे और अब इसमें सीधे हिंदी लिखना कितना आसान हो गया है, जिसमें हम अपनी अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सीधे-साधे ढंग से हिंदी में लिखकर आप तक पहà¥à¤‚चा देते हैं!दरअसल आज के संदरà¥à¤ मे हिनà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° मे खासा सहयोग मिला है! आà¤à¤¾à¤¸à¥€ सहायक, टूलà¥à¤¸, उपकरण हिनà¥à¤¦à¥€ समà¤à¤¨à¥‡ लगे हैं किसी à¤à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ आज हिंदी में सहज हà¥à¤† है! फà¥à¤°à¥€ लैंगà¥à¤µà¥‡à¤œ dictionary इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ अनेक उपयोगी साधनो से हिदी विशà¥à¤µ पर परचम लहरा रही है! , संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ मां है, हिंदी गृहणी और अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ नौकरानी यह कहा था फादर कामिल बà¥à¤²à¥à¤•à¥‡ ने... जो à¤à¤• विदेशी थे! हिंदी से लगाव हिंदी वालों को तो है ही विदेशी à¤à¥€ हिंदी को लेकर काफी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ रहते हैं! अपनी मीठी जà¥à¤¬à¤¾à¤¨ है इसकी! इंटरनेट के यà¥à¤— में हिंदी पर चरà¥à¤šà¤¾ करें तो हिंदी के विसà¥à¤¤à¤¾à¤° में तकनीकी योगदान को बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ नहीं नकारा जा सकता, आज से 15 साल पहले मैं नहीं समà¤à¤¤à¥€ इंटरनेट के मोबाइल पर हिंदी में लिखना संà¤à¤µ था लेकिन आज शायद ही कोई मोबाइल कंपनी है, जो हिंदी बोलना का कीबोरà¥à¤¡ ना देती हो! इंटरनेट पर à¤à¥€ तमाम हिंदी कीबोरà¥à¤¡ आ गठहैं जो हिंदी à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤• दूसरे से जोड़ रहे हैं आज हिंदी दिवस पर बहà¥à¤¤ कà¥à¤› बोला लिखा जा सकता है बशरà¥à¤¤à¥‡ उसे उतनी ही शिदà¥à¤¦à¤¤ से सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ समà¤à¤¨à¥‡ वाले लोग हो! किसी राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की राजà¤à¤¾à¤·à¤¾ वही à¤à¤¾à¤·à¤¾ हो सकती है जिसे अधिकतर निवासी समठसके लेकिन आज दà¥à¤– की बात है अपनों को उपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ कर बाहरी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ से जà¥à¤¡à¤¼ रहा है à¤à¤¾à¤°à¤¤ इस पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पर विचार करना होगा कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤•à¤¤à¤¾ की कड़ी हिंदी ही होती हैहिनà¥à¤¦à¥€ ही हो सकती है जो हमे आपस में जोड सकती है! यह à¤à¤• जीवित à¤à¤¾à¤·à¤¾ है! हिंदी के सहयोग से ही पà¥à¤°à¤¾à¤‚तीय à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤‚ विकसित हो सकती है मेरा निजी विचार है और मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› संदेह निरà¥à¤®à¥‚ल लगते हैं कि हिंदी उरà¥à¤¦à¥‚ या अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ का नाश कर देगी! à¤à¤¾à¤·à¤¾ चूंकि हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परंपरा परंपरा का हिसà¥à¤¸à¤¾ है इसलिठजैसा जà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤µ मैं हिंदी से महसूस करती हूं बस अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ से तो कà¤à¥€ नहीं कर पाई! हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का हिसà¥à¤¸à¤¾ है हिंदी... संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परंपरा को पà¥à¤°à¥‡à¤® करना मेरे लिठगौरव की बात है! à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिशà¥à¤° जी की पà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ दोहराते हà¥à¤ à¤à¤• ही बात आज हिंदी दिवस पर कहूà¤à¤—ी जिस तरह हम बोलते हैं उस तरह तू लिख और इसके बाद à¤à¥€ हमसे बड़ा तो दिख!