आज हिनà¥à¤¦à¥€ दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने कहा कि ’à¤à¤¾à¤°à¤¤ की महान, विशाल, गौरवशाली सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और विरासत को सहेजने का कारà¥à¤¯ हिनà¥à¤¦à¥€ ने ही किया है। हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से यà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। हिनà¥à¤¦à¥€ से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ अपनी जड़ों से जà¥à¥œà¤¨à¤¾à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 14 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ आज हिनà¥à¤¦à¥€ दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी महाराज ने कहा कि ’à¤à¤¾à¤°à¤¤ की महान, विशाल, गौरवशाली सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और विरासत को सहेजने का कारà¥à¤¯ हिनà¥à¤¦à¥€ ने ही किया है। हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से यà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है। हिनà¥à¤¦à¥€ से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ अपनी जड़ों से जà¥à¥œà¤¨à¤¾à¥¤ हिनà¥à¤¦à¥€, दिल की à¤à¤¾à¤·à¤¾ है इसलिये जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग हिनà¥à¤¦à¥€ में बोले तथा à¤à¤¾à¤µà¥€ पीà¥à¥€ को à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥€ से जोड़े। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि अपनी-अपनी मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ जरूर बोले परनà¥à¤¤à¥ हिनà¥à¤¦à¥€ हमारी राजà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है मेरा मानना है कि यह सब को आनी चाहिये और हमें इसके लिये पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना चाहिये। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हिनà¥à¤¦à¥€ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ दिया गया है। हिनà¥à¤¦à¥€, न केवल à¤à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ है बलà¥à¤•à¤¿ वह तो à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आतà¥à¤®à¤¾ है। हिंदी को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ जनक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिलाने के लिये वरà¥à¤·à¥‹ से देशवà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥€ आंदोलन चलाये जा रहे है परनà¥à¤¤à¥ हिनà¥à¤¦à¥€ को जब तक पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤¾à¤¸à¥€ दिल से सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं कर लेता तब तक उसे अपने ही देश में उचित सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ नहीं मिल सकता इसलिये पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• नागरिक को हिनà¥à¤¦à¥€ से जà¥à¥œà¤¨à¤¾ होगा और आने वाली पीà¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ जोड़ना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ जैसे विशाल और विविधताओं से यà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में हिनà¥à¤¦à¥€ न केवल शासन, पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ और जनता के मधà¥à¤¯ संवाद सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने का à¤à¤• माधà¥à¤¯à¤® है बलà¥à¤•à¤¿ हिनà¥à¤¦à¥€ ने सदियों से हमारी सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और साहितà¥à¤¯ को सहेज कर रखा है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ बहà¥à¤à¤¾à¤·à¥€ देश है यहां पर हर सौ से दो सौ किलोमीटर पर अलग-अलग à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ और बोलियाठबोली जाती हैं और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤¾à¤·à¤¾ का अपना à¤à¤• महतà¥à¤µ है। हमारे यहां आजादी के इतने वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद à¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर कोई à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ नहीं है, जिससे सà¤à¥€ राजà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° जà¥à¥œà¥‡ हो। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में हिंदी को उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। अतः हिनà¥à¤¦à¥€ के विकास और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ अधिक हैं बस जरूरत है तो हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ को दिल से सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करने की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ का लोकतंतà¥à¤° à¤à¤• परिपकà¥à¤µ लोकतंतà¥à¤° हैं अतः हिंदी à¤à¤¾à¤·à¤¾ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ केे कोने-कोने में हिंदी सिनेमा, टेलीविजन, शिकà¥à¤·à¤¾, पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, वाणिजà¥à¤¯, समाचार-पतà¥à¤°, कला और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विधाओं और समà¥à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤·à¤£ के माधà¥à¤¯à¤® से फैलाया जाना चाहिये। हमारी पहचान à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¯à¥€ आधार या राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के आधार पर नहीं बलà¥à¤•à¤¿ हम सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ की पहचान राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आधार पर होनी चाहिये।