परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ दिवस के अवसर पर दियेे अपने संदेश में कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 21 सितमà¥à¤¬à¤° को संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° संघ अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शानà¥à¤¤à¤¿ दिवस मनाता है परनà¥à¤¤à¥ कोविड-19 के दौरान कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन समà¥à¤à¤µ नहीं है
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 21 सितमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ दिवस के अवसर पर दियेे अपने संदेश में कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 21 सितमà¥à¤¬à¤° को संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° संघ अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शानà¥à¤¤à¤¿ दिवस मनाता है परनà¥à¤¤à¥ कोविड-19 के दौरान कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आयोजन समà¥à¤à¤µ नहीं है किनà¥à¤¤à¥ इस दौर में वैशà¥à¤µà¤¿à¤• शानà¥à¤¤à¤¿ की जरूरत और बॠगयी है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर शानà¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विशà¥à¤µ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हेतॠशानà¥à¤¤à¤¿ की नयी अवधारणा और à¤à¤¯à¤®à¥à¤•à¥à¤¤ वातावरण तैयार करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। साथ ही पूरे विशà¥à¤µ के लिये शानà¥à¤¤à¤¿ के नये सà¥à¤µà¤°à¥‚प को गà¥à¤¨à¥‡ की जरूरत है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨ की कई उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ अवधारणायें है जिसमें आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के साथ अहिंसा, सतà¥à¤¯à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹, सतà¥à¤¯ और पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ आदि à¤à¥€ समाहित है। वासà¥à¤¤à¤µ में ये जीवन के वे अनमोल मोती है जिससे चारों ओर शानà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि विगत कà¥à¤› माह से कोरोना वायरस ने लगà¤à¤— पूरे विशà¥à¤µ को अपनी चपेट में ले लिया है और सà¤à¥€ देश उससे छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने के लिये पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ है। वैसे ही सदियों से à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ, ऊà¤à¤š-नीच, आतंकवाद, बड़ा-छोटा, घà¥à¤°à¤£à¤¾ और हिंसा रूपी वायरस समाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कोविड जनसमà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर रहा है उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° वैशà¥à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° पर घृणा और à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ का वायरस जनमानस को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर रहा है जिसके कारण कई बार शानà¥à¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ असफल हो जाते हैं । इन वायरसों का समूल नषà¥à¤Ÿ करना होगा तà¤à¥€ शानà¥à¤¤à¤¿ दिवस की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कोरोना वायरस से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ के लिये लगà¤à¤— पूरा विशà¥à¤µ à¤à¤•-दूसरे का सहयोगी बनकर खड़ा है; à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ है और बदलाव चाहता है उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शानà¥à¤¤à¤¿ के लिये à¤à¥€ à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ होना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ तो हमेशा से ही शानà¥à¤¤à¤¿ का उदà¥à¤˜à¥‹à¤·à¤• रहा है। हमारे ऋषियों ने ’सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤¨à¥à¤¤à¥ सà¥à¤–िनः’ के दिवà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ में शानà¥à¤¤à¤¿ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। जब हम शानà¥à¤¤à¤¿ की बात करते हैं तो शानà¥à¤¤à¤¿ से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ केवल यà¥à¤¦à¥à¤§ विराम से ही नहीं बलà¥à¤•à¤¿ हमारे आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• दà¥à¤µà¤‚द का शमन से à¤à¥€ है। आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• शानà¥à¤¤à¤¿ ही वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• शानà¥à¤¤à¤¿ का सà¥à¤°à¥‹à¤¤ है। जब तक अनà¥à¤¤à¤ƒà¤•à¤°à¤£ में शानà¥à¤¤à¤¿ नहीं होगी तब तक न तो बाहर शानà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है और न ही अपने जीवन में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की जा सकती है। सà¤à¥€ कहते है मà¥à¤à¥‡ शानà¥à¤¤à¤¿ चाहिये। देखें मैं शानà¥à¤¤à¤¿ चाहता हूठवाकà¥à¤¯ में तीन शबà¥à¤¦ हैं-मैं, शानà¥à¤¤à¤¿, चाहता हूà¤à¥¤ यदि हम दो शबà¥à¤¦ ’मैं’ व ’चाहता हूà¤â€™ को हटा दें तो केवल शानà¥à¤¤à¤¿ शेष रह जाती है अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ आपको शानà¥à¤¤à¤¿ खोजने की, शानà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने की या अनà¥à¤¯à¤¤à¥à¤° कहीं शानà¥à¤¤à¤¿ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करने की जरूरत नहीं है। जब हम अपने जीवन से ’’मैं à¤à¤µà¤‚ चाहता हूà¤â€™â€™ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ को हटा देते हैं तो मातà¥à¤° शानà¥à¤¤à¤¿ ही तो रह जाती है वह à¤à¥€ अपनी पूरà¥à¤£ दिवà¥à¤¯à¤¤à¤¾ के साथ। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि शानà¥à¤¤à¤¿ ही तो हमारा वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प है। आजकल हमारे पास सब कà¥à¤› सेट है फिर à¤à¥€ हम सà¥à¤µà¤¯à¤‚ अपसेट हैं , हमारे पास चाय का सेट है; टीवी सेट है; सोफा सेट है सब कà¥à¤› सेट है किनà¥à¤¤à¥ हम सà¥à¤µà¤¯à¤‚ अपसेट हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? ’मैं’ की वजह से, अपने अहंकार की वजह से जो हमें सà¤à¥€ चीजों के मधà¥à¤¯ में रखने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करता है।