सीता माता की जनà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€ सीतामà¥à¥€ पौड़ी गà¥à¤µà¤¾à¤² में दरà¥à¤¶à¤¨ व पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ मंगलवार को जूना अखाड़े की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पवितà¥à¤° छड़ी रूदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— पहà¥à¤šà¥€à¥¤ जहाठउपजिलाधिकारी विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° तिवारी,पà¥à¤²à¤¿à¤¸ उपाधीकà¥à¤·à¤• दीपक सिंह व जूना अखाड़े के उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मंडल की शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवानंद गिरि महाराज ने गणमानà¥à¤¯ नागरिकों के साथ पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर छड़ी के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महंत सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज व साधà¥à¤“ं के जतà¥à¤¥à¥‡ का मालà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤°à¥à¤£ कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
सीता माता की जनà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€ सीतामà¥à¥€ पौड़ी गà¥à¤µà¤¾à¤² में दरà¥à¤¶à¤¨ व पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ मंगलवार को जूना अखाड़े की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पवितà¥à¤° छड़ी रूदà¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— पहà¥à¤šà¥€à¥¤ जहाठउपजिलाधिकारी विजय कà¥à¤®à¤¾à¤° तिवारी,पà¥à¤²à¤¿à¤¸ उपाधीकà¥à¤·à¤• दीपक सिंह व जूना अखाड़े के उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड मंडल की शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवानंद गिरि महाराज ने गणमानà¥à¤¯ नागरिकों के साथ पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ कर छड़ी के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– महंत सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज व साधà¥à¤“ं के जतà¥à¤¥à¥‡ का मालà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤°à¥à¤£ कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया। सà¥à¤µà¤¾à¤—त के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤—त परà¥à¤µà¤¤à¥€à¤¯ वादà¥à¤¯à¤¯à¤‚तों ढोल,दमाउ,हà¥à¥œà¤•à¤¾,मशà¥à¤•à¤¾à¤¦à¥€à¤¨ व नाग तà¥à¤°à¤¹à¥€ की तà¥à¤®à¥à¤² धà¥à¤µà¤¨à¤¿ के मधà¥à¤¯ पवितà¥à¤° छड़ी नगर à¤à¥à¤°à¤®à¤£ करती हà¥à¤ˆ पौराणिक कोटेशà¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° पहà¥à¤šà¥€à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवानंद गिरि महाराज ने बताया कोटेशà¥à¤µà¤° महोदव सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ इस पौराणिक गà¥à¤«à¤¾ में छिपकर शिवजी महाराज ने à¤à¤·à¥à¤®à¤¾à¤¸à¥à¤° राकà¥à¤·à¤¸ से अपने पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाये थे। पवितà¥à¤° अलकनंदा नदी के तट पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ इस पौराणिक गà¥à¤«à¤¾ में सवनिरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• शिवलिंग तथा अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤à¤‚ है। यहां पवितà¥à¤° छड़ी को अलकनंदा के जल में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कराकर पौराणिक गà¥à¤«à¤¾ में लाया गया,जहां à¤à¤—वान शिव का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• कर पवितà¥à¤° छड़ी की पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ की गयी तथा देश की समृदà¥à¤µà¤¿,शांति व खà¥à¤¶à¤¹à¤¾à¤²à¥€ व कोरोना की समापà¥à¤¤à¤¿ के लिठसाधà¥-संतो ने पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। छड़ी यातà¥à¤°à¤¾ में शामिल छड़ी महंत पà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¤°à¤¾à¤œ गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवदतà¥à¤¤ गिरी,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विशमà¥à¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,महंत अजयपà¥à¤°à¥€,महंत आकाश गिरि, महंत रूदà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€,महंत कमलà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,महंत केदार à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,महंत हरिओम पà¥à¤°à¥€,महंत मनोहर पà¥à¤°à¥€,कोरोबारी महंत महादेवानंद गिरि,महंत गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤—िरि,महंत गंगा गिरी आदि शाम को सोनपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤— रातà¥à¤°à¤¿ विशà¥à¤°à¤¾à¤® के लिठरवाना हो गये। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° 23सितमà¥à¤¬à¤° को पवितà¥à¤° छड़ी केदारनाथ धाम के लिठरवाना होगी।