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चमोली में विश्व पर्यटन दिवस इस वर्ष ‘‘पर्यटन एवं ग्रामीण विकास’’ की थीम के साथ मनाया जा रहा है।


दुनियां भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढावा देने के उदेश्य से विश्व पर्यटन दिवस इस वर्ष ‘‘पर्यटन एवं ग्रामीण विकास’’ की थीम के साथ मनाया जा रहा है।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

चमोली 27 सितंबर,2020, दुनियां भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढावा देने के उदेश्य से विश्व पर्यटन दिवस इस वर्ष ‘‘पर्यटन एवं ग्रामीण विकास’’ की थीम के साथ मनाया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य का सीमान्त जनपद चमोली प्राकृतिक व नैसर्गिक सुन्दरता के साथ-साथ ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में अपना एक अलग ही स्थान रखता है। अष्टम बैकुण्ड के रूप में प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ धाम के पास स्थित ग्राम माणा, तिब्बती सभ्यता को समेटे हुए सीमान्त गांव नीति, प्रसिद्ध रूपकुण्ड ट्रैक के बेस कैम्प के रूप में वाण जैसे अनगिनत गांव वर्षो से पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करते रहे है। वर्तमान मंे जनपद चमोली में लगभग 350 होम स्टे ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हैं, जो पर्यटको को न केवल आवासित करते है, वरन ग्रामीण जीवन शैली, पहनावा, भेष-भूषा व पहाड़ी व्यंजनों से भी पर्यटको को रूबरू करा रहे है। चमोली जिला प्रशासन ने पोखरी विकासखंड के जिलासू गांव में ‘‘बाखली’’ होम स्टे की शुरूआत की है, जो वर्तमान में जनपद में एक माडल होम स्टे के रूप में स्थापित है। यह होम स्टे एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना गोपेश्वर के द्वारा प्रायोजित माॅ चण्डिका आजीविका स्वायत्त सहकारिता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित किया जा रहा है। पहाडी शैली में निर्मित यह होम स्टे पर्यटको को ग्रामीण अनुभूति प्रदान करा रहा है। यहाॅ आने वाले पर्यटक जिलासू, लंगासू व इसके आस-पास के क्षेत्रों में होने वाली परम्परागत कृषि से भी रूबरू हो रहे है और स्थानीय उत्पादों की खरीदारी भी कर पा रहे है। होम स्टे में पर्यटको के लिए पहाड़ी व्यंजनों का खास मैन्यू तैयार किया गया है। जिसमें मंडवे की रोटी, चैसा, फांडू, छांछ, बद्री घी, स्थानीय दाल व सब्जियों जैसे पहाड़ी व्यंजनों का शामिल किया गया है। जिलासू में बना ‘बाखली‘ होम स्टे विश्व पर्यटन दिवस 2020 की थीम को पूरी तरह परिलक्षित कर रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने विश्व पर्यटन दिवस पर पूरे जनपद वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिले में पर्यटन की भरपूर सम्भावनाएं है। यहाॅ की कला एवं संस्कृति, प्राकृतिक सौन्दर्य, जैव विविधता, पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों की समृद्व विरासत सहज ही पर्यटकों को आकर्षित करती है। उन्होंने पर्यटक स्थलों पर सुविधाओं के विकास पर जोर देते हुए लोगों को होमस्टे योजना का लाभ उठाने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में पर्यटन अहम भूमिका निभाता है। राज्य सरकार पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है ताकि पर्यटन को वर्षभर स्थानीय निवासियों के लिए आर्थिक गतिविधियों का स्रोत बनाया जा सके। पर्यटन को बढावा देने के लिये ’13 जिले-13 नए पर्यटन गंतव्य’, के तहत जिले के भराडीसैंण को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है।

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